रायपुर, 14 अगस्त 2025।
स्वतंत्रता दिवस 2025 पर छत्तीसगढ़ पुलिस के जांबाजों को बड़ा सम्मान मिला है। गृह मंत्रालय ने 25 पुलिसकर्मियों के नाम गैलेंट्री मेडल, प्रेसिडेंट्स मेडल फॉर डिस्टिंग्विश्ड सर्विस और मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विस के लिए घोषित किए हैं। यह सम्मान न केवल उनके साहस और समर्पण को सलाम करता है, बल्कि आंतरिक सुरक्षा और नक्सल उग्रवाद से लड़ाई में छत्तीसगढ़ की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित करता है।
अदम्य साहस को सलाम – गैलेंट्री मेडल
असाधारण वीरता और परिचालन क्षमता के लिए 14 पुलिसकर्मियों को गैलेंट्री मेडल से नवाजा जाएगा। इनमें आईपीएस सुनील शर्मा (पुलिस अधीक्षक), संदीप कुमार मडिले (उप निरीक्षक), आरक्षक मदकम पांडु, मदकम हदमा, मदकम देव, बरसे हुंगा, रोशन गुप्ता सहित अन्य शामिल हैं।
तीन बहादुर – स्वर्गीय रामुराम नाग (सहायक उप निरीक्षक), स्वर्गीय कुंजाम जोगा (आरक्षक) और स्वर्गीय वंजाम भीमा (आरक्षक) – को कर्तव्यपालन के दौरान सर्वोच्च बलिदान के लिए मरणोपरांत सम्मानित किया जाएगा। ये सभी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जोखिम भरे अभियानों के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए।
लंबी सेवा का गौरव – प्रेसिडेंट्स मेडल फॉर डिस्टिंग्विश्ड सर्विस
छत्तीसगढ़ के पुलिस निदेशक हिमांशु गुप्ता को लंबे समय तक उच्च कोटि की उत्कृष्ट सेवा के लिए पीएसएम से सम्मानित किया जाएगा। उनके नेतृत्व, पेशेवर ईमानदारी और जनसुरक्षा में योगदान को विशेष रूप से सराहा गया है।
अनुकरणीय सेवा – मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विस
लगन और निरंतर योगदान के लिए 10 पुलिसकर्मी एमएसएम से सम्मानित होंगे। इनमें पुलिस महानिरीक्षक ध्रुव गुप्ता, पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ठाकुर, कमांडेंट श्वेता राजमणि, पुलिस अधीक्षक रवी कुमार कुर्रे, निरीक्षक कौशल्या भट्ट, सहायक पुलिस महानिरीक्षक रोहित कुमार झा, निरीक्षक कमलेश कुमार मिश्रा, प्लाटून कमांडर दल सिंह नामदेव, कंपनी कमांडर दिलीप कुमार साहू और सहायक उप निरीक्षक सुशील कुमार बरुआ शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ पुलिस का गौरवपूर्ण प्रदर्शन
14 गैलेंट्री मेडल, एक प्रेसिडेंट्स मेडल और 10 मेरिटोरियस सर्विस मेडल के साथ छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस साल के राष्ट्रीय सम्मान सूची में शानदार स्थान बनाया है। यह उपलब्धि न केवल प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था में उनके योगदान को रेखांकित करती है, बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा में छत्तीसगढ़ की अहम भूमिका को भी दर्शाती है।
