पाकिस्तान-अमेरिका आतंकवाद विरोधी संवाद में सुरक्षा सहयोग मजबूत करने पर सहमति

इस्लामाबाद, 13 अगस्त 2025।
अमेरिका ने पाकिस्तान की क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर आतंकवादी संगठनों को नियंत्रित करने में निभाई गई भूमिका की सराहना की है। साथ ही हाल ही में पाकिस्तान में हुए आतंकी हमलों में मारे गए नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों के प्रति गहरी संवेदना भी व्यक्त की है। यह बयान मंगलवार को इस्लामाबाद में आयोजित पाकिस्तान-अमेरिका काउंटर-टेररिज्म डायलॉग के बाद दोनों देशों की ओर से जारी संयुक्त वक्तव्य में सामने आया।

इस संवाद की सह-अध्यक्षता पाकिस्तान के स्पेशल सेक्रेटरी फॉर द यूनाइटेड नेशंस नबील मुनीर और अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक्टिंग कोऑर्डिनेटर फॉर काउंटरटेररिज्म ग्रेगरी डी लो जेर्फो ने की।

संयुक्त बयान में कहा गया कि “संयुक्त राज्य अमेरिका, पाकिस्तान की उन सफलताओं की प्रशंसा करता है जिनके माध्यम से उसने ऐसे आतंकवादी संगठनों को काबू में रखा है जो क्षेत्र और दुनिया की शांति व सुरक्षा के लिए खतरा हैं।”

अमेरिका ने जाफ़र एक्सप्रेस पर हुए बर्बर हमले और खुजदार में स्कूल बस बम विस्फोट सहित हालिया आतंकवादी घटनाओं में नागरिकों और सुरक्षा बलों की शहादत पर शोक व्यक्त किया।

बैठक में दोनों देशों ने इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा चुनौतियों से निपटने और आतंकवादी गतिविधियों में उभरती प्रौद्योगिकियों के दुरुपयोग को रोकने के लिए मजबूत संस्थागत ढांचे और क्षमताओं का विकास आवश्यक है। साथ ही, संयुक्त राष्ट्र जैसे बहुपक्षीय मंचों पर नज़दीकी सहयोग जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई गई।

संयुक्त बयान में कहा गया —
“पाकिस्तान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच लंबे समय से चली आ रही साझेदारी को दोहराते हुए, दोनों पक्षों ने इस बात पर बल दिया कि सतत और संरचित संवाद आतंकवाद से निपटने और शांति एवं स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।”

यह काउंटर-टेररिज्म डायलॉग ऐसे समय हुआ है जब हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर रूस के साथ व्यापारिक सौदों को लेकर 50% टैरिफ लगा दिया है, ताकि यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के दबाव को बढ़ाया जा सके। यह बैठक पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर के उस बयान के कुछ दिनों बाद भी हुई है जिसमें उन्होंने अमेरिका से अस्तित्वगत खतरे की स्थिति में भारत और “आधी दुनिया” को परमाणु हमले से खत्म करने की धमकी दी थी।