रायपुर, 12 अगस्त 2025।
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्य की सभी मस्जिदों, मदरसों और दरगाहों में मुख्य द्वार पर तिरंगा फहराने का आह्वान किया है। उन्होंने इसे देशभक्ति, एकता और भाईचारे का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह अवसर भारतीय मुसलमानों के देश प्रेम को और मजबूती से दुनिया के सामने रखने का है।
सोमवार को जारी एक परिपत्र में सलीम राज ने लिखा—
“इस राष्ट्रीय पर्व के शुभ अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य की सभी मस्जिदों, मदरसों, दरगाहों के मुख्य द्वार पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाए। स्वतंत्रता दिवस के महत्व को समझते हुए इस दिन की गरिमा बनाए रखें और देशभक्ति, आपसी एकता और भाईचारे का संदेश दें।”
राज के मुताबिक, इस पहल को लेकर अब तक लगभग 70% मस्जिदों, मदरसों और दरगाहों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, जबकि कुछ ने आपत्ति जताई है। उन्होंने बताया कि पिछले एक सप्ताह से वे मुतवल्लियों से लगातार चर्चा कर रहे हैं और सैकड़ों धार्मिक स्थलों ने तिरंगा फहराने की हामी भरी है।
“यह मेरा व्यक्तिगत विचार है”
सलीम राज, जो भाजपा नेता भी हैं, ने कहा कि यह विचार उनका अपना है और इसका किसी पार्टी एजेंडा से संबंध नहीं है। उन्होंने कहा—
“‘हर घर तिरंगा’ अभियान चल रहा है, तो धार्मिक स्थलों पर तिरंगा फहराने में क्या समस्या है? भारतीय मुसलमानों की देशभक्ति पर संदेह किया जा रहा था, लेकिन वे अपने देश से प्रेम करते हैं। पाकिस्तान के मुसलमानों की वजह से जो भ्रम पैदा हुआ है, यह उसे दूर करने का एक अवसर है।”
उन्होंने 1857 की क्रांति का जिक्र करते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में सभी ने मिलकर हिस्सा लिया था।
“तिरंगा आजादी का प्रतीक है, धर्म का नहीं। तिरंगा फहराना हमारे सम्मान और गर्व का प्रतीक है। जो लोग देश और तिरंगे से प्रेम नहीं करते, उन्हें मां भारती की धरती पर रहने का कोई अधिकार नहीं है,” उन्होंने कहा।
स्थानीय स्तर पर यह पहल चर्चा का विषय बन गई है। कई लोग इसे राष्ट्रीय एकता का कदम मान रहे हैं, तो कुछ धार्मिक मतभेदों के चलते संकोच जता रहे हैं। लेकिन समर्थक मानते हैं कि यह स्वतंत्रता दिवस पर भाईचारे का मजबूत संदेश देगा।
