दुर्ग, 11 अगस्त 2025। राजनीति में कुछ चेहरे केवल पद की वजह से नहीं, बल्कि अपने कार्य और संघर्ष की वजह से याद किए जाते हैं। दुर्ग भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा उन्हीं में से एक हैं। कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले दुर्ग में उन्होंने शून्य से शुरुआत कर भाजपा को चार विधानसभा सीटों की जीत दिलाई और संगठन को प्रदेश में सदस्यता अभियान में नंबर-1 स्थान तक पहुंचाया।
बीते 10 अगस्त को उनके 53वें जन्मदिन का जश्न केवल शुभकामनाओं का अवसर नहीं था, बल्कि उस संघर्ष, नेतृत्व और त्याग को याद करने का भी दिन था, जिसने दुर्ग भाजपा की तस्वीर बदल दी।
कठिन समय में मिली जिम्मेदारी
जब दुर्ग में भाजपा के पास एक भी विधानसभा सीट नहीं थी और कांग्रेस की मजबूत पकड़ थी, तब पाटन के छोटे से गांव से आने वाले जितेन्द्र वर्मा को जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। गुटबाजी और निराशा के दौर में उन्होंने कार्यकर्ताओं को “एक आवाज, एक लक्ष्य” के मंत्र से जोड़ा, आंदोलन की आग फिर से भड़काई और संगठन में नई जान डाली।
विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत
उनके नेतृत्व में साजा, अहिवारा, दुर्ग ग्रामीण और दुर्ग शहर सीट पर भाजपा को जीत मिली। पाटन में सांसद विजय बघेल के कड़े संघर्ष ने बाकी सीटों की राह आसान की।
संगठनात्मक उपलब्धियां और त्याग
जितेन्द्र वर्मा के कार्यकाल में दुर्ग भाजपा ने सदस्यता अभियान में प्रदेश में पहला स्थान पाया। नगर निगम चुनाव के दौरान अपने पिता की गंभीर बीमारी और खुद की स्वास्थ्य समस्याओं के बावजूद वे मोर्चे पर डटे रहे और जीत दिलाई।
धार्मिक-सांस्कृतिक जुड़ाव
कांवड़ यात्रा जैसे आयोजनों से उन्होंने संगठन को सामाजिक और धार्मिक भावनाओं से जोड़ा, जिससे उनकी स्वीकार्यता हर वर्ग में बढ़ी।
जन्मदिन पर सेवा और शुभकामनाओं की बौछार
10 अगस्त की सुबह उन्होंने ग्राम सेलूद में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया, शिव मंदिर में पूजा-अभिषेक किया और फिर पाटन में आयोजित जन्मदिन उत्सव में हजारों लोगों से आशीर्वाद और बधाइयां प्राप्त कीं।
शाम को दुर्ग के एक सामाजिक भवन में हुए कार्यक्रम में सांसद विजय बघेल, जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेन्द्र कौशिक, अध्यक्ष CSIDC राजीव अग्रवाल समेत कई वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता और क्षेत्रवासी मौजूद रहे।
जितेन्द्र वर्मा भले ही अब जिलाध्यक्ष पद से मुक्त हो चुके हैं, लेकिन उनकी छोड़ी हुई एकता, जीत का आत्मविश्वास और मजबूत संगठन की विरासत आने वाले वर्षों तक भाजपा को दिशा देती रहेगी।
