नई दिल्ली, 04 अगस्त 2025 — स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) की चयन पोस्ट फेज़-13 परीक्षा में भारी गड़बड़ी को लेकर देशभर के छात्र और शिक्षक सड़कों पर उतर आए हैं। दिल्ली के जंतर मंतर के पास स्थित कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) के बाहर हजारों छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। स्थिति तनावपूर्ण हो गई जब प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें हुईं, जिसके बाद कई छात्रों को हिरासत में ले लिया गया।
क्या है विरोध का कारण?
छात्रों का कहना है कि SSC चयन पोस्ट फेज़-13 परीक्षा में लगातार तकनीकी गड़बड़ियों, प्रशासनिक लापरवाही, और ब्लैकलिस्टेड एजेंसी Eduquity की भूमिका के चलते उनकी मेहनत और भविष्य दांव पर लग गया है।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि कई छात्रों को परीक्षा के दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड मिले, जबकि कई को परीक्षा केंद्र तक जाकर पता चला कि परीक्षा स्थगित कर दी गई है, बिना किसी पूर्व सूचना के।
परीक्षा केंद्र आवंटन में भी भारी अव्यवस्था
छात्रों ने बताया कि उन्हें भौगोलिक प्राथमिकता की अनदेखी करते हुए दूर-दराज के परीक्षा केंद्र आवंटित कर दिए गए। जयपुर के छात्रों को अंडमान निकोबार जैसे स्थानों पर भेजा गया, जिससे छात्रों पर मानसिक और आर्थिक दबाव बढ़ा।
तकनीकी खामियां और अनुचित व्यवहार
कई परीक्षा केंद्रों पर सर्वर फेल, सिस्टम क्रैश, माउस-मॉनिटर काम न करना जैसी समस्याएं सामने आईं। कई छात्रों ने इनविजीलेटर द्वारा अभद्र व्यवहार और उत्पीड़न के आरोप भी लगाए।
ब्लैकलिस्टेड एजेंसी Eduquity की भूमिका पर सवाल
Eduquity नामक प्राइवेट एजेंसी, जिसे पहले व्यापम घोटाले में लिप्त होने के कारण शिक्षा विभाग ने ब्लैकलिस्ट किया था, को इस परीक्षा का संचालन सौंपा गया। यही एजेंसी आगामी SSC CGL 2025 जैसे प्रमुख परीक्षा का आयोजन भी करने जा रही है, जिससे छात्रों में भय और आक्रोश फैल गया है।
आधार सत्यापन से भी बढ़ी मुश्किलें
आवेदन प्रक्रिया में आधार आधारित सत्यापन ने कई छात्रों के लिए अड़चनें खड़ी कर दीं। बायोमेट्रिक विफलता और तकनीकी गड़बड़ियों के चलते कई छात्र आवेदन ही नहीं कर पाए, जबकि कुछ को परीक्षा केंद्र पर सत्यापन विफल होने पर परीक्षा से बाहर कर दिया गया।
छात्रों की प्रमुख मांगें
- Eduquity को SSC परीक्षाओं से हटाया जाए।
- यात्रा व आवास खर्च की क्षतिपूर्ति दी जाए।
- जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो।
- परीक्षा प्रक्रिया में व्यापक सुधार हों।
- एडमिट कार्ड समय से जारी किए जाएं और केंद्र आवंटन पारदर्शी हो।
सरकारी प्रतिक्रिया अब तक नहीं
सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन SSC जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा में बार-बार हो रही गड़बड़ी ने पूरे चयन तंत्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं। SSC CGL 2025 जैसे महत्वपूर्ण परीक्षा निकट होने के कारण छात्रों की चिंताएं और अधिक बढ़ गई हैं।
