नई दिल्ली। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) अब “ऑपरेशन सिंदूर” पर आधारित एक विशेष कक्षा सामग्री (क्लासरूम मॉड्यूल) तैयार कर रहा है, जिससे छात्रों को भारत की रक्षा रणनीति, आतंकवाद के प्रति प्रतिक्रिया और कूटनीतिक प्रयासों के बारे में समझ विकसित हो सके। यह जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आई है।
📘 कक्षा 3 से 12 तक के छात्रों के लिए दो हिस्सों में होगा मॉड्यूल
सूत्रों के अनुसार, यह मॉड्यूल दो भागों में विभाजित होगा:
- पहला भाग: कक्षा 3 से 8 के छात्रों के लिए सरल भाषा और चित्रों के माध्यम से।
- दूसरा भाग: कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए विस्तृत तथ्यों और विश्लेषण के साथ।
मॉड्यूल में 8 से 10 पन्नों का समर्पित कंटेंट होगा, जिसमें 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई — ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति को समझाया जाएगा।
🎯 शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र सुरक्षा की समझ
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार:
“इस पहल का उद्देश्य छात्रों को यह समझाना है कि देश आतंकी हमलों के प्रति कैसे प्रतिक्रिया देता है, तथा इसमें रक्षा, कूटनीति और मंत्रालयों के समन्वय की क्या भूमिका होती है।”
🔥 ऑपरेशन सिंदूर: भारत की तेजतर्रार सैन्य प्रतिक्रिया
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की हत्या कर दी गई थी। यह नृशंस हमला परिवारों के सामने किया गया था, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया।
भारत ने इसके जवाब में “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के भीतर मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। यह कार्रवाई चार दिन तक चली सीमा-पार सैन्य टकराव में तब्दील हो गई, जिसमें भारतीय सेना ने सटीक और निर्णायक रणनीति अपनाई।
🏛️ लोकसभा में 28 जुलाई से ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा
28 जुलाई से शुरू हो रहे लोकसभा सत्र में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा प्रस्तावित है। एक सप्ताह तक संसद में गतिरोध के बाद यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया जाएगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर इस 16 घंटे तक चलने वाली बहस में भाग ले सकते हैं, जो तीन दिनों तक चलेगी।
विपक्ष ने मानसून सत्र के पहले दिन से ही ऑपरेशन सिंदूर पर बहस की मांग की थी, जिसे अब गंभीरता से लिया जा रहा है।
🏫 एनसीईआरटी का उद्देश्य: बच्चों को संवेदनशील और जागरूक बनाना
NCERT का कहना है कि यह सामग्री सिर्फ ऐतिहासिक घटनाओं को समझने के लिए नहीं, बल्कि देशभक्ति, रणनीतिक सोच और संवेदनशीलता को बच्चों में विकसित करने के उद्देश्य से बनाई जा रही है।
