रायपुर, 21 जुलाई 2025/
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई “प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना” देशभर में आम नागरिकों के लिए आर्थिक और पर्यावरणीय दृष्टि से वरदान साबित हो रही है। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के सदर रोड निवासी श्री राजेश केशरवानी ने इस योजना का लाभ उठाकर अपने घर की छत पर 3 किलोवाट क्षमता का सोलर प्लांट स्थापित किया है, जिससे अब उन्हें बिजली बिल भरने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है।
✅ ऑनलाइन प्रक्रिया से मिला फायदा
श्री केशरवानी ने बताया कि उन्हें इस योजना की जानकारी सोशल मीडिया और समाचार पत्रों के माध्यम से प्राप्त हुई। इसके बाद उन्होंने बिजली विभाग से संपर्क कर मार्गदर्शन लिया और पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन व बिना किसी परेशानी के पूरी कर ली। उन्हें 78,000 रुपये की सब्सिडी भी प्राप्त हुई, जो इस योजना के तहत सीधे उनके खाते में जमा की गई।
⚡ हर महीने 2500 रुपये की बचत
स्थापना के बाद से बीते 6 महीनों से यह सोलर प्रणाली बिना किसी रुकावट के कार्य कर रही है। श्री केशरवानी ने बताया कि पहले उन्हें हर महीने ₹2000 से ₹2500 तक का बिजली बिल भरना पड़ता था, लेकिन अब उनका बिजली बिल लगभग शून्य हो चुका है। इससे उन्हें आर्थिक राहत मिली है और वे अब हर महीने बचत कर पा रहे हैं।
🌱 पर्यावरण संरक्षण में योगदान
श्री केशरवानी का कहना है कि यह योजना केवल आर्थिक लाभ ही नहीं देती, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक है। सौर ऊर्जा के उपयोग से परंपरागत ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता घटती है, जिससे कार्बन उत्सर्जन में कमी आती है और जलवायु परिवर्तन से लड़ने में सहायता मिलती है।
📣 अन्य नागरिकों से की अपील
उन्होंने बलौदाबाजार और राज्य के सभी नागरिकों से अपील की है कि वे भी इस योजना का लाभ उठाएं। इससे न केवल बिजली की बचत होगी, बल्कि हर महीने घरेलू बजट में सकारात्मक बदलाव आएगा। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार प्रकट करते हुए कहा कि यह योजना देश को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है।
📌 निष्कर्ष
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना आम नागरिकों को आत्मनिर्भर और पर्यावरण के प्रति जागरूक बना रही है। राजेश केशरवानी जैसे लोगों की कहानियां अन्य नागरिकों को प्रेरित करेंगी कि वे भी इस योजना का लाभ लेकर आर्थिक बचत और ऊर्जा संरक्षण की दिशा में योगदान दें।
