इस्लामाबाद, 19 जुलाई 2025:
अमेरिका द्वारा “द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF)” को “विदेशी आतंकवादी संगठन” (Foreign Terrorist Organisation) घोषित किए जाने के बाद, चीन और पाकिस्तान की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। TRF ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी।
चीन का बयान: आतंकवाद के खिलाफ कड़ी निंदा
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने शुक्रवार को कहा,
“चीन हर प्रकार के आतंकवाद का कड़ा विरोध करता है और 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता है। क्षेत्रीय देशों को आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाना चाहिए ताकि दक्षिण एशिया में सुरक्षा और स्थिरता बनी रहे।”
अमेरिका ने TRF को किया वैश्विक आतंकवादी घोषित
अमेरिका ने TRF को न केवल “विदेशी आतंकवादी संगठन” घोषित किया, बल्कि उसे “विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी” (SDGT) की सूची में भी शामिल किया। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि यह कदम भारत-अमेरिका आतंकवाद निरोधक सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण संदेश है।
पाकिस्तान की सफाई: LeT का TRF से कोई संबंध नहीं
इस फैसले के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी बयान जारी करते हुए कहा कि
“TRF को लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जोड़ना वास्तविकता के खिलाफ है। LeT पाकिस्तान में पहले से ही प्रतिबंधित और निष्क्रिय संगठन है।”
पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने सभी आतंकी संगठनों को “प्रभावी रूप से समाप्त” किया है, उनके नेताओं को गिरफ्तार और मुकदमे में शामिल किया है, और कट्टरपंथी कार्यकर्ताओं का पुनर्वास भी किया है।
पाकिस्तान का यह भी कहना है कि
“हम आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर काम कर रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ सहयोग करना हमारी नीति का मूल आधार है।”
