राजस्थान में ‘ब्रेकिंग बैड’ स्टाइल ड्रग्स निर्माण: 15 करोड़ की एमडी ड्रग बरामद, दो शिक्षक गिरफ्तार

राजस्थान | 18 जुलाई 2025
राजस्थान के श्रीगंगानगर में ‘ब्रेकिंग बैड’ वेब सीरीज़ की तरह एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक सरकारी स्कूल के विज्ञान शिक्षक और एक पूर्व कोचिंग संस्थान के भौतिक विज्ञान शिक्षक को 15 करोड़ रुपये की एमडी (मेफेड्रोन) ड्रग बनाने के आरोप में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?
गिरफ्तार आरोपियों में 25 वर्षीय मनोज भार्गव शामिल हैं, जो गंगासागर जिले के मुकलावा स्थित सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विज्ञान शिक्षक हैं। दूसरा आरोपी इंद्रजीत विश्नोई है, जो एक कोचिंग संस्थान में भौतिकी पढ़ा चुका है और राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) की तैयारी कर रहा था।

कैसे करते थे ड्रग निर्माण?
एनसीबी जोधपुर जोनल यूनिट के निदेशक घनश्याम सोनी के अनुसार, दोनों आरोपी दिल्ली से रसायन और उपकरण मंगवाते थे। वे अपनी नौकरियों से छुट्टी लेकर श्रीगंगानगर के रिद्धि-सिद्धि एन्क्लेव स्थित ड्रीम होम्स अपार्टमेंट में किराए के फ्लैट में गुपचुप तरीके से एमडी ड्रग का निर्माण करते थे।
पिछले ढाई महीनों में उन्होंने लगभग 5 किलोग्राम एमडी ड्रग तैयार की, जिसकी बाजार में कीमत 15 करोड़ रुपये है। इनमें से 4.22 किलोग्राम ड्रग उन्होंने बेच दी थी।

रेड में क्या मिला?
एनसीबी की छापेमारी में 780 ग्राम एमडी ड्रग, जिसकी कीमत करीब 2.34 करोड़ रुपये आंकी गई है, बरामद हुई है। इसके अलावा आधुनिक ड्रग निर्माण उपकरण और कई प्रीकर्सर केमिकल्स भी जब्त किए गए हैं। इनमें ऐसिटोन, बेंजीन, सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट, ब्रोमीन, मिथाइलएमीन, आइसोप्रोपाइल अल्कोहल, 4-मेथाइल प्रोपायोफेनोन और एन-मेथाइल-2-पाइरोलिडोन शामिल हैं।

एनसीबी का सबसे बड़ा ऑपरेशन
यह छापा राज्य में मादक पदार्थों के खिलाफ एनसीबी का अब तक का सबसे बड़ा अभियान माना जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि अब इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों और खरीदारों की तलाश की जा रही है।