गरियाबंद, 15 जुलाई 2025। गजपल्ला वाटरफॉल में रायपुर की 19 वर्षीय युवती महविश खान के डूबने की दर्दनाक घटना ने पूरे छत्तीसगढ़ को झकझोर कर रख दिया है। महविश अपने छह दोस्तों के साथ मंगलवार को प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर गजपल्ला झरने की सैर पर आई थी, लेकिन यह यात्रा भयावह हादसे में तब्दील हो गई। दोपहर करीब 2 से 3 बजे के बीच नहाते समय वह झरने के गहरे हिस्से में चली गई और डूब गई।
रेस्क्यू ऑपरेशन चार घंटे चला, लेकिन नहीं मिली सफलता
घटना की सूचना मिलते ही पांडुका थाना पुलिस, वन विभाग, और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और करीब चार घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। लेकिन गहराई और झरने के भीतर मौजूद चट्टानों की जटिल बनावट के कारण महविश का कोई सुराग नहीं मिल सका। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि गजपल्ला वाटरफॉल के नीचे की गहराई करीब 20 फीट से अधिक है और वहां अंडरकट चट्टानों की मौजूदगी के कारण अक्सर लोग फंस जाते हैं।
अंधेरे ने रोका ऑपरेशन, बुधवार को फिर शुरू होगी खोज
अंधेरा घिरने के कारण मंगलवार शाम को रेस्क्यू अभियान रोकना पड़ा। अब बुधवार सुबह दोबारा सर्च ऑपरेशन शुरू किया जाएगा। इस दौरान महविश के दोस्त घटना स्थल पर ही मौजूद रहे और रो-रोकर उसे पुकारते रहे। हादसे के बाद से सभी मित्र गहरे सदमे में हैं।

प्रतिबंधित क्षेत्र होने के बावजूद गजपल्ला में पहुंचते हैं पर्यटक
वन एसडीओ मनोज चंद्राकर ने बताया कि गजपल्ला वाटरफॉल पर्यटकों के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र है। यहां कोई सुरक्षा व्यवस्था या गाइडलाइन मौजूद नहीं है। बावजूद इसके, लोग जंगल के विभिन्न वैकल्पिक रास्तों से इस क्षेत्र तक पहुंच जाते हैं। क्षेत्र में बढ़ते पर्यटक दबाव और सुरक्षा तंत्र की कमी प्रशासन की विफलता को उजागर करती है।
वायरल स्टंट वीडियो ने बढ़ाई चिंता
सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें युवा और नाबालिग 70-80 फीट ऊंचाई से छलांग लगाते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे स्टंट न केवल जानलेवा हैं, बल्कि यह प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने जैसा है। सवाल उठ रहे हैं कि जब यह क्षेत्र प्रतिबंधित है, तो ऐसी घटनाएं बार-बार क्यों हो रही हैं?
