एयर इंडिया विमान हादसे की जांच रिपोर्ट से गहराया रहस्य, पीड़ित परिवारों ने मांगी पारदर्शिता और जवाबदेही

अहमदाबाद, 13 जुलाई 2025
12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-117, एक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर, टेकऑफ के तुरंत बाद मेडिकल कॉलेज पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें 241 यात्रियों सहित कुल 260 लोगों की मौत हो गई। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में फ्यूल स्विच कट-ऑफ होने की चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है, जिससे हादसे के पीछे की वजह और रहस्यमय बन गई है।


✈️ क्या कहती है प्रारंभिक जांच रिपोर्ट?

भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा शुक्रवार को जारी प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार,

“टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद विमान के दोनों फ्यूल स्विच कट-ऑफ पोजिशन में चले गए, जिससे इंजनों को ईंधन की आपूर्ति रुक गई और विमान ने ऊंचाई खोनी शुरू कर दी।”

कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग में एक पायलट दूसरे से पूछता है कि “तुमने कट-ऑफ क्यों किया?”, जिस पर दूसरा पायलट जवाब देता है, “मैंने ऐसा नहीं किया।” इस संवाद ने हादसे को लेकर कई नए सवाल खड़े कर दिए हैं।


🕊️ ब्रिटिश नागरिकों सहित कई परिवारों की अपील – पारदर्शिता और न्याय चाहिए

इस दुर्घटना में 52 ब्रिटिश नागरिकों की मौत हुई थी, जिससे यह ब्रिटिश नागरिकों की दृष्टि से सबसे भीषण विमान हादसों में से एक बन गया है।

धीर और हीर बक्सी, जो अपनी दादी को जन्मदिन की सरप्राइज देने के बाद लंदन लौट रही थीं, उनकी मौत के बाद उनके भाई इशान बक्सी ने कहा:

“हमें उम्मीद है कि अंतिम रिपोर्ट ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ यह स्पष्ट करेगी कि किस स्तर पर क्या विफल हुआ और कौन जिम्मेदार है। vague शब्दों के पीछे नहीं छिपा जाना चाहिए।”

वहीं नानबावा परिवार, जिनमें अकील नानबावा, उनकी पत्नी हन्ना वोराजी और चार साल की बेटी सारा की भी इस हादसे में मौत हुई, ने कहा:

“यह रिपोर्ट पहला कदम है, लेकिन हम पूरी सच्चाई जानने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि दिल को थोड़ा सुकून मिले और हम आगे बढ़ सकें।”


⚖️ कानूनी विशेषज्ञों की चिंता और सुझाव

इरविन मिशेल के विमानन मामलों के वकील डेमेट्रियस डानास ने कहा:

“रिपोर्ट की निष्कर्ष बेहद चिंताजनक हैं। हम पीड़ित परिवारों के साथ निरंतर संपर्क में हैं और वे बस सच्चाई और जवाब चाहते हैं।”


🔍 रिपोर्ट में क्या नहीं मिला?

  • पायलट और क्रू की ब्रेथ एनालिसिस जांच सामान्य पाई गई
  • बर्ड हिट जैसी कोई गतिविधि नहीं पाई गई
  • ईंधन टैंक से लिए गए सैंपल संतोषजनक थे
  • कुछ विशेष कंपोनेंट्स को आगे जांच के लिए चिन्हित किया गया है

🌐 अंतरराष्ट्रीय सहयोग और आश्वासन

यूके ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी हैइडी अलेक्जेंडर ने कहा कि उन्हें जांच प्रक्रिया पर भरोसा है और यदि भारत सरकार को जरूरत हो तो ब्रिटेन मदद को तैयार है।
अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) भी इस जांच में सहयोग कर रही है।

एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा,

“हम जांच एजेंसियों और सभी संबंधित प्राधिकरणों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और पूरी तरह से सहयोग प्रदान कर रहे हैं।”