मैनपाट, 7 जुलाई 2025:
छत्तीसगढ़ के मैनपाट, जिसे राज्य का “शिमला” कहा जाता है, में भारतीय जनता पार्टी का तीन दिवसीय उच्च स्तरीय प्रशिक्षण शिविर सोमवार से शुरू हो गया है। इस शिविर में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, 10 कैबिनेट मंत्री, 44 विधायक और 10 सांसद हिस्सा ले रहे हैं।
संगठन मज़बूती और जनसंपर्क पर रहेगा फोकस
इस प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य पार्टी संगठन को मजबूत करना, जनता से बेहतर संवाद स्थापित करना और आगामी चुनावों की रणनीति तय करना है। प्रतिदिन योग सत्र से शुरुआत होगी, इसके बाद प्रशिक्षण सत्र और शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
स्थानीय संस्कृति का प्रदर्शन, पारंपरिक भोजन परोसने की तैयारी
शिविर में सरगुजा की समृद्ध जनजातीय संस्कृति को भी उकेरने की कोशिश की गई है। लाकड़ा फूल की चटनी, कोदो-कुटकी आधारित व्यंजन और स्थानीय पारंपरिक स्वाद से नेताओं का स्वागत किया जाएगा। भाजपा जिला अध्यक्ष भरत सिंह सिसोदिया ने बताया कि पार्टी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि वरिष्ठ नेता आदिवासी अंचल की सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करें।
अमित शाह समापन समारोह में होंगे शामिल
भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा दरीमा हवाई अड्डे पर विशेष विमान से पहुंचेंगे, जहां से हेलीकॉप्टर द्वारा मैनपाट जाएंगे। वहीं, अमित शाह शिविर के समापन सत्र में हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और गृहमंत्री विजय शर्मा पहले ही अंबिकापुर पहुंच चुके हैं। संगठन मंत्री अजय जामवाल, प्रदेश प्रभारी पवन साय, प्रदेश अध्यक्ष किरणदेव सिंह, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और वरिष्ठ नेता धर्मलाल कौशिक भी मैनपाट में मौजूद हैं।
सिर्फ चयनित नेताओं को बुलावा, प्रशिक्षण में रणनीतिक विषयों पर चर्चा
इस शिविर में केवल चुनिंदा सांसदों और विधायकों को आमंत्रित किया गया है। पूरे प्रशिक्षण का फोकस जनसम्पर्क कौशल, सुशासन, और विकास योजनाओं को प्रभावी तरीके से जनता तक पहुंचाने पर है। भाजपा का कहना है कि यह शिविर संगठन को जमीनी स्तर पर और अधिक मजबूत बनाने के लिए आयोजित किया गया है।
कांग्रेस ने शिविर को बताया ‘राजनीतिक ढकोसला’
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने भाजपा के इस शिविर को घोटालों से ध्यान भटकाने की साजिश बताया है। कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने आरोप लगाया कि “यह प्रशिक्षण नहीं, बल्कि राजनीतिक पर्यटन है, जिसका मकसद नेताओं को भ्रष्टाचार छिपाने की ट्रेनिंग देना है।”
उन्होंने भाजपा पर सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार से जनता का ध्यान हटाने और संगठित घोटालों को छिपाने का आरोप लगाया।
