बिजली दरों में वृद्धि, कटौती और स्मार्ट मीटर की खामियों को लेकर आम आदमी पार्टी का जोरदार प्रदर्शन

दुर्ग, 04 जुलाई 2025 – छत्तीसगढ़ में बिजली दरों में वृद्धि, अघोषित बिजली कटौती और स्मार्ट मीटरों में तकनीकी खामियों के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने प्रदेशव्यापी प्रदर्शन किया। इस आंदोलन के तहत पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने राज्य के विभिन्न जिलों में बिजली कार्यालयों का घेराव कर विरोध जताया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने कहा कि बिजली दरों में वृद्धि और बार-बार होने वाली अघोषित कटौती से आम जनता त्रस्त है। स्मार्ट मीटरों में भी गंभीर खामियां सामने आ रही हैं, जिनसे उपभोक्ताओं को अत्यधिक बिल का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार आमजन की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है।

संजीत विश्वकर्मा, प्रदेश संगठन मंत्री एवं दुर्ग संभाग प्रभारी ने कहा कि सरकार ने अनावश्यक रूप से चार विद्युत कंपनियां बना दी हैं, जिससे खर्च बढ़ गए हैं। इन अतिरिक्त कंपनियों के चलते आम जनता पर वित्तीय बोझ डाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली बिल में ऊर्जा प्रभार के अलावा कई गैरजरूरी शुल्क भी जोड़े जा रहे हैं।

देविंदर सिंह भाटिया, प्रदेश संयुक्त सचिव ने बताया कि हाल ही में छत्तीसगढ़ ने तेलंगाना के साथ 1000 मेगावाट बिजली का अनुबंध किया है। इसके बावजूद राज्य नियामक आयोग घाटे का हवाला देकर दरों में वृद्धि कर रहा है, जो तार्किक नहीं है और इसमें भ्रष्टाचार की आशंका भी नजर आती है।

दुर्ग लोकसभा अध्यक्ष गीतेश्वरी बघेल ने मांग की कि सरकार बिजली दर वृद्धि को तत्काल वापस ले और 240 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करे। उन्होंने स्मार्ट मीटरों की गुणवत्ता की जांच की मांग भी की।

प्रदर्शन में ज्ञान प्रकाश तिवारी, अजय रामटेके, दिवाकर ठाकुर, रवि साहू, शिवा रायडू, डॉ. डुमेश्वर देवांगन, राजेश टंडन, जितेंद्र कोशले, सुषमा गायकवाड़, मोहसिन अहमद, बलदेव साहू, मोंटी ध्रुव, अभिषेक गायकवाड़, चमेली बाई, बीराधा देवी सहित सैकड़ों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और आम लोग शामिल हुए।

आम आदमी पार्टी ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने जल्द ही बिजली दरों में की गई वृद्धि को वापस नहीं लिया और स्मार्ट मीटरों की खामियों को दूर नहीं किया, तो यह आंदोलन और भी व्यापक होगा।