अम्बिकापुर, 3 जुलाई 2025।
छत्तीसगढ़ का खूबसूरत हिल स्टेशन मैनपाट, जिसे प्रायः छत्तीसगढ़ का शिमला कहा जाता है, इन दिनों बरसात के मौसम में पर्यटकों का आकर्षण केंद्र बना हुआ है। यहां स्थित एक अनोखी जगह ‘दलदली’ (या जलजली) अपनी उछलती जमीन के कारण देश-विदेश के सैलानियों को अपनी ओर खींच रही है।
सरगुजा संभाग के मुख्यालय अंबिकापुर से करीब 45 किलोमीटर दूर स्थित मैनपाट की इस दलदली भूमि की खासियत यह है कि यहाँ की ज़मीन स्पंजी (sponge-like) है, जिस पर चलते ही कंपन और उछाल का अनुभव होता है। इस अद्भुत स्थल को लोग “जम्पिंग लैंड” भी कहने लगे हैं। यहां आने वाले सैलानी इस उछलती ज़मीन पर कूदते हैं, मस्ती करते हैं और इसे एक रोमांचक अनुभव के तौर पर साझा करते हैं।
इस अद्भुत प्राकृतिक रहस्य को देखने के लिए बिहार के सीतामढ़ी जिले से आए पर्यटकों ने कहा कि उन्होंने यूट्यूब पर इस जगह को देखा था और वास्तविकता में इससे भी कहीं ज्यादा वाइब्रेशन और रोमांच का अनुभव मिला “जैसा वीडियो में देखा था, उससे कहीं ज्यादा यहां की ज़मीन हिलती है, चारों तरफ कंपन महसूस होता है।” वहीं चंदन कुमार ने कहा, “यह घूमने के लिए बहुत अच्छा स्थल है, यहाँ का अनुभव मोबाइल स्क्रीन से कहीं बेहतर है।”
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से रहस्यपूर्ण यह जगह अभी तक किसी ठोस वैज्ञानिक शोध का विषय नहीं बन सकी है, परंतु सैलानियों के लिए यह स्थान एक प्राकृतिक अजूबा बन चुका है। बरसात के मौसम में यह जगह और भी दलदली और रोमांचक हो जाती है, जिससे सैलानियों को जंपिंग, फिसलन और कीचड़ का मज़ा एक साथ मिलता है।
यहां की हरियाली, ठंडा मौसम और अनोखी जमीन मैनपाट को न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे भारत के प्रमुख मानसूनी पर्यटन स्थलों में एक विशिष्ट पहचान दिला रही है।
