रायपुर, 21 जून 2025।
छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की कार्रवाई लगातार तेज हो रही है। बीते 24 घंटों में ACB ने दो अलग-अलग मामलों में सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एक मामला जगदलपुर (बस्तर) से और दूसरा मुंगेली जिले से सामने आया है।
जगदलपुर: PWD इंजीनियर ने ठेकेदार से मांगी थी 2 लाख की रिश्वत
बस्तर के जगदलपुर में लोक निर्माण विभाग (PWD) के कार्यपालन अभियंता (Executive Engineer) अजय कुमार टेम्बुरने को 2 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए ACB ने गिरफ्तार किया।
शिकायतकर्ता रमेश कुमार यादव, जो कि PWD में पंजीकृत ठेकेदार हैं, ने बताया कि उन्होंने विभाग में विद्युत कार्यों की निविदाएं पूरी कीं, लेकिन उन्हें केवल 25% भुगतान मिला था। शेष भुगतान को जारी करने के एवज में अभियंता टेम्बुरने ने 2 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की।
इसके बाद ACB ने योजना बनाकर 20 जून को ट्रैप ऑपरेशन किया और अभियंता को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के रायपुर और भिलाई स्थित निवास एवं ठिकानों पर तलाशी अभियान जारी है। विभागीय स्रोतों के अनुसार, अधिकारी की संपत्ति और लेन-देन की भी जांच की जा रही है।
मुंगेली: बिजली कनेक्शन के लिए JE ने मांगी थी रिश्वत
दूसरा मामला मुंगेली जिले के लोरमी CSPDCL कार्यालय से सामने आया, जहां कनिष्ठ अभियंता (JE) कृष्ण कुमार गुप्ता को ACB ने ₹15,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
पाली गांव निवासी नंद कुमार साहू ने ACB में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्होंने अपने घर में नया बिजली कनेक्शन लेने के लिए आवेदन किया था। जेई ने उन्हें अवैध बिजली उपयोग का झूठा आरोप लगाकर ₹50,000 की रिश्वत मांगी, जो बाद में ₹15,000 पर तय हुई।
ACB ने सत्यापन कर फील्ड ट्रैप लगाया और आरोपी को रिश्वत लेते हुए धर दबोचा। अब JE गुप्ता के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ कानूनी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
कानूनी कार्रवाई और अगला कदम
ACB ने दोनों मामलों में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत प्रकरण दर्ज किया है। आरोपियों से पूछताछ और आगे की संपत्ति की जांच भी जारी है। अधिकारियों का कहना है कि राज्य में भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है और आम नागरिकों से अपील की जा रही है कि वे ऐसे मामलों की तुरंत रिपोर्ट करें।
निष्कर्ष:
इन दोनों कार्रवाइयों ने एक बार फिर दिखा दिया कि एसीबी सक्रिय रूप से भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए है। आम जनता और सरकारी सेवा प्रदाताओं के बीच पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना अब समय की मांग बन गई है।
