दुर्ग, 20 जून 2025।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयुष विभाग छत्तीसगढ़ के निर्देशों के अनुरूप एवं जिला आयुष अधिकारी डॉ. दिनेश चंद्रवंशी के मार्गदर्शन में दुर्ग जिले में चल रहे पांच दिवसीय निःशुल्क योग शिविर के चौथे दिन आज विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और छात्रावासों में योग प्रोटोकॉल, मेडिटेशन एवं रचनात्मक प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। इन आयोजनों का उद्देश्य समाज में योग की उपयोगिता को जन-जन तक पहुंचाना और स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूकता लाना है।
नर्सिंग कॉलेज में मेडिटेशन और व्याख्यान
चंदूलाल नर्सिंग कॉलेज, सुपेला में डॉ. सरला बांधे एवं डॉ. आकांक्षा मिश्रा ने प्रतिभागियों को योग प्रोटोकॉल कराया और मेडिटेशन सत्र आयोजित किया। उन्होंने “योग: स्वस्थ जीवन की कुंजी” विषय पर विस्तृत व्याख्यान भी दिया, जिसमें उन्होंने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के बीच संतुलन बनाने की बात कही।
बालकों को योग के महत्व की जानकारी
प्रयास बालक विद्यालय, दुर्ग में डॉ. गीतांजली साहू और डॉ. अमित वासनिक द्वारा कुल 112 बच्चों को योग अभ्यास कराया गया। उन्होंने “योग का महत्व” विषय पर छात्रों से संवाद करते हुए उन्हें दैनिक जीवन में योग अपनाने के लिए प्रेरित किया।
संजीवनी बालिका छात्रावास में प्रतियोगिताएं और पुरस्कार
शासकीय जिला आयुर्वेद चिकित्सालय, दुर्ग की डॉ. जया साहू के नेतृत्व में संजीवनी बालिका आवासीय छात्रावास में ड्राइंग, रंगोली, कविता पठन, निबंध लेखन और योग पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। विजयी प्रतिभागियों को जनप्रतिनिधि डॉ. सुनील साहू, क्रीड़ा भारती के विभाग सह-संयोजक, द्वारा पुरस्कार वितरित किए गए।
योग और आयुर्वेद पर विशेष व्याख्यान
डॉ. सुमन साहू ने “योग का जीवनशैली में सकारात्मक प्रभाव” पर और डॉ. तृप्ति द्विवेदी ने “आयुर्वेद एवं योग का स्वस्थ जीवन में महत्व” विषय पर प्रभावशाली व्याख्यान दिए। इस दौरान प्रतिभागियों को योगिक जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा दी गई।
पम्पलेट और चार्ट वितरण
डॉ. कल्पना ठाकुर ने प्रतिभागियों को योग एवं मेडिटेशन कराया और योग प्रोटोकॉल चार्ट तथा पम्पलेट्स का वितरण किया। उन्होंने योग को घर-घर तक पहुंचाने का आह्वान किया।
स्वामी आत्मानंद विद्यालय और नवीन शाला में आयोजन
स्वामी आत्मानंद शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय, दुर्ग में भी चिकित्सकों द्वारा योग प्रश्नोत्तरी एवं व्याख्यान आयोजित किए गए। वहीं शासकीय नवीन माध्यमिक शाला, दुर्ग में प्रधानपाठक श्रीमती अनीता मेश्राम की उपस्थिति में महिलाओं और बालिकाओं को योगाभ्यास कराया गया। इसके साथ ही उन्हें औषधीय पौधे और अंकुरित मूँग-चने का वितरण किया गया, जिससे पोषण और प्राकृतिक चिकित्सा के प्रति रुचि बढ़े।
निष्कर्ष:
योग दिवस के पूर्व आयोजन के अंतर्गत दुर्ग जिले में जनभागीदारी से भरपूर कार्यक्रमों का सफल संचालन किया जा रहा है। योग को आजीवन स्वास्थ्य और मानसिक शांति का आधार मानते हुए आयुष विभाग द्वारा किया जा रहा यह प्रयास समाज के सभी वर्गों को जोड़ने वाला और प्रेरणादायक सिद्ध हो रहा है।
