मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ‘नियद नेल्ला नार’ योजना के युवाओं से किया संवाद, कहा – बस्तर का आत्मबल ही हमारी प्रेरणा

रायपुर, 20 जून 2025।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर स्थित अपने निवास पर बीजापुर जिले के सुदूर और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की ग्राम पंचायतों – नियद, नेल्ला और नार से आए 96 युवक-युवतियों के दल से आत्मीय संवाद किया। मुख्यमंत्री ने युवाओं का स्वागत करते हुए उन्हें राजधानी आने पर बधाई दी और कहा कि यह यात्रा न केवल उनके लिए बल्कि समूचे प्रदेश के लिए प्रेरणादायक है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार इच्छाशक्ति, संवेदना और समावेशी नीति के साथ बस्तर में बदलाव की नई शुरुआत कर रही है। बस्तर के युवाओं का आत्मबल ही हमारी सबसे बड़ी प्रेरणा है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि हम सब मिलकर नया, समृद्ध और शांतिपूर्ण बस्तर गढ़ेंगे।

‘नियद नेल्ला नार’ योजना: बदलाव की बयार
मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘नियद नेल्ला नार’ योजना के माध्यम से सरकार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास की राह खोल रही है। इस योजना ने जहां गांवों की तस्वीर बदलनी शुरू की है, वहीं युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी दिया है। श्री साय ने कहा कि इस योजना से जुड़े युवा सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव के वाहक बन रहे हैं।

नक्सलवाद पर सख्त रुख
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार आपके क्षेत्रों में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए कृतसंकल्पित है। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के नेतृत्व में मार्च 2026 तक नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करने का लक्ष्य तय किया गया है। उन्होंने कहा कि माओवादी ताकतें क्षेत्र के विकास की राह में रोड़ा बनना चाहती हैं, लेकिन सरकार ऐसी हर बाधा को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है।

बस्तर: प्राकृतिक संपदा से परिपूर्ण क्षेत्र
मुख्यमंत्री श्री साय ने युवाओं से कहा कि बस्तर की भूमि प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है। घने जंगल, झरने, पहाड़ और उपजाऊ भूमि इसे एक विशिष्ट स्थान बनाते हैं। सरकार खेती को समृद्ध बनाने के लिए सिंचाई सुविधाएं बढ़ा रही है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे खेती को बढ़ावा दें और विद्यार्थी मन लगाकर पढ़ाई करें।

बस्तर की संस्कृति और आयोजन
मुख्यमंत्री ने ‘बस्तर ओलंपिक’ और ‘बस्तर पंडुम’ जैसे आयोजनों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये कार्यक्रम बस्तर की आत्मा की सजीव अभिव्यक्ति हैं। इन आयोजनों में बड़ी संख्या में युवाओं, महिलाओं और बच्चों की भागीदारी यह दर्शाती है कि बस्तर अब हिंसा नहीं, विकास और संस्कृति की ओर बढ़ रहा है।

युवाओं का जोश और संकल्प
इस संवाद के दौरान युवाओं ने भी खुलकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि ‘नियद नेल्ला नार’ योजना ने उन्हें एक नई पहचान और दिशा दी है। वे शिक्षा, खेल, हुनर और सेवा के माध्यम से अपने जीवन को बेहतर बनाना चाहते हैं। युवाओं ने कहा कि वे बस्तर को बदलने के लिए तैयार हैं और इस बदलाव का माध्यम भी बनेंगे।

उपस्थित गणमान्य अतिथि
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अरुण देव गौतम सहित राज्य के वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित रहे। सभी ने युवाओं के विचारों की सराहना की और उन्हें प्रेरणास्रोत बताया।

निष्कर्ष:
बस्तर के युवाओं का आत्मबल, सरकार की योजनाएं और समाज की सहभागिता मिलकर बस्तर को हिंसा से शांति और पिछड़ेपन से विकास की ओर ले जा रही है। मुख्यमंत्री श्री साय के नेतृत्व में राज्य सरकार की यह पहल नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में एक नई आशा का संचार कर रही है।