नई दिल्ली, 19 जून 2025:
ईरान में जारी संघर्ष के बीच भारतीय छात्रों को सुरक्षित वापस लाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत आज 110 छात्रों का पहला दल दिल्ली पहुंचा। सभी छात्र ईरान के उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी से हैं। हालांकि छात्रों ने भारत सरकार और भारतीय दूतावास का आभार व्यक्त किया, वहीं दिल्ली से अपने गृह राज्य लौटने के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई बसों की खराब स्थिति को लेकर नाराजगी भी जताई।
दिल्ली पहुंचे छात्र अली ने बताया कि यह सफर बेहद कठिन था। “हमारे बस के पास एक मिसाइल गिरी थी, हम बहुत डर गए थे। अधिकांश हमले तेहरान में हो रहे थे,” उन्होंने कहा। उन्होंने भारतीय दूतावास को धन्यवाद देते हुए कहा कि “उन्होंने हमें पहले ईरान से आर्मीनिया की सीमा पार करवाई, वहां एक दिन रुकने के बाद हम दोहा होते हुए दिल्ली पहुंचे।”
कश्मीर की रहने वाली छात्रा शेख आफसा ने बताया कि वे बेहद थके हुए हैं और बस से आगे का सफर करना उनके लिए कठिन होगा। उन्होंने बताया कि बसों की हालत बेहद खराब है और उन्होंने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की है।
मध्य पूर्व में हाल ही में हुई हिंसा के चलते ईरान में पढ़ाई कर रहे लगभग 13,000 भारतीय छात्रों के परिजनों की चिंता बढ़ गई थी। ऐसे में ऑपरेशन सिंधु के तहत छात्रों की सुरक्षित वापसी पर जहां संतोष है, वहीं जमीनी व्यवस्थाओं की कमी पर सवाल भी उठ रहे हैं।
