रायपुर, 14 जून 2025:
छत्तीसगढ़ में महिला उत्पीड़न का एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला अपने ही पति द्वारा किए गए अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठा रही है। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर देवेंद्र गुप्ता ने एक भावुक और तीखा पोस्ट साझा किया है, जिसमें उन्होंने CMO छत्तीसगढ़ और वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकर्षित करने की कोशिश की है।
पोस्ट के अनुसार, पीड़िता का पति खैरगढ़ में RMA (Rural Medical Assistant) के पद पर कार्यरत है और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुड़ा हुआ है। महिला पर अत्याचार करने के बावजूद, वह अभी तक अपने पद पर बना हुआ है, जबकि पीड़िता साक्ष्यों के साथ न्याय और पति की सेवा से बर्खास्तगी के लिए प्रशासन से लगातार लड़ाई लड़ रही है।


देवेंद्र गुप्ता ने लिखा है कि जब पीड़िता ने एनएचएम कार्यालय जाकर शिकायत की तो HR की महिला अधिकारी ने तिरस्कारपूर्ण लहजे में कहा, “कार्रवाई से तुम्हें क्या मिलेगा?” इस पर महिला ने जवाब दिया कि उसे सुरक्षा, सम्मान और राहत चाहिए। साथ ही उसने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई का संदेश जाएगा ताकि कोई अन्य सरकारी कर्मचारी अपनी पत्नी और परिवार को धोखा देकर दूसरी शादी करने का दुस्साहस न कर सके।
देवेंद्र गुप्ता ने अपनी पोस्ट में यह भी बताया कि महिला ने अपनी पीड़ा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायकों तक पहुंचाई है। इसके अलावा, उसका मामला राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन तक भी पहुंच चुका है। बावजूद इसके, “सिस्टम की आंखें अभी नहीं खुली हैं।”
💬 देवेंद्र गुप्ता का बयान:
“मैं आपको बता दूं कि छत्तीसगढ़ महतारी की हर बेटी मेरी बहन, मेरी बेटी है। उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ूंगा। इसलिए काजल की कोठरी में रहने वालों को थोड़ा संभल जाएं।”
देवेंद्र गुप्ता की यह पोस्ट न सिर्फ एक पीड़िता को न्याय दिलाने की पुकार है, बल्कि प्रशासनिक उदासीनता के खिलाफ एक मजबूत आवाज़ भी बनकर सामने आई है। इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर लोगों का समर्थन भी मिल रहा है, जिससे उम्मीद है कि जल्द ही कार्रवाई होगी।
