रायपुर, 14 जून 2025
छत्तीसगढ़ अब केवल खनिज और कृषि प्रधान राज्य नहीं रहा, बल्कि वह तकनीकी नवाचार और उच्च प्रौद्योगिकी उद्योगों का नया केंद्र बनने की दिशा में तेज़ी से अग्रसर है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के दूरदर्शी नेतृत्व में राज्य सरकार ने रक्षा, एयरोस्पेस और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में निवेश को आकर्षित करने हेतु विशेष औद्योगिक प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की है।

हाल ही में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में मुख्यमंत्री साय की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया गया, जो न केवल अत्याधुनिक उद्योगों की स्थापना को बढ़ावा देगा, बल्कि राज्य के युवाओं के लिए रोजगार और तकनीकी शिक्षा के नए अवसर भी सृजित करेगा।
औद्योगिक विकास नीति 2024-30 के तहत घोषित यह पैकेज एसजीएसटी प्रतिपूर्ति, पूंजी अनुदान, ब्याज अनुदान, विद्युत शुल्क में छूट, भूमि उपयोग परिवर्तन में रियायत, और प्रशिक्षण सहायता जैसी सुविधाओं से परिपूर्ण है। 50 करोड़ से 500 करोड़ रुपये तक के निवेश करने वाली इकाइयों को 35 प्रतिशत तक सब्सिडी और 1000 करोड़ रुपये से अधिक निवेश पर अतिरिक्त प्रोत्साहन मिलेगा।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि, “हमारा उद्देश्य छत्तीसगढ़ को ‘Make in India’ और ‘Atmanirbhar Bharat’ जैसे अभियानों का प्रमुख केंद्र बनाना है। हम चाहते हैं कि हमारा युवा केवल नौकरी तलाशने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बने।”
इस नीति के तहत जो उद्योग स्थानीय युवाओं को पहली बार रोजगार देंगे, उन्हें उनके वेतन का 20 प्रतिशत तक अनुदान मिलेगा। साथ ही, ड्रोन प्रशिक्षण केंद्र, रिसर्च एंड डेवलपमेंट, और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए भी विशेष सहयोग प्रदान किया जाएगा। इससे स्थानीय तकनीकी क्षमताओं का विकास और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
इस पहल से छत्तीसगढ़ देश में रणनीतिक और तकनीकी निवेश के एक भरोसेमंद और अनुकूल गंतव्य के रूप में उभरेगा। यह नीति न केवल राज्य की आर्थिक संरचना को मजबूत करेगी, बल्कि स्थानीय युवाओं को उनके सपनों की ऊंचाई तक पहुंचाने का मार्ग भी प्रशस्त करेगी।
