रायपुर, 11 जून 2025।
रायगढ़ जिले के घरघोड़ा विकासखंड के सुदूरवर्ती गांव बटुराकछार के बच्चों को अब बेहतर शिक्षा का अवसर मिलने जा रहा है। जहां पहले केवल एक ही शिक्षक के सहारे स्कूल चल रहा था, वहीं अब राज्य सरकार की युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के अंतर्गत इस प्राथमिक शाला में 4 शिक्षक पदस्थ कर दिए गए हैं। इस महत्वपूर्ण निर्णय से अब स्कूल में पढ़ने वाले 97 बच्चों की पढ़ाई को नई दिशा मिलेगी।
📘 शिक्षा को मिली नयी गति
बटुराकछार गांव के पालक इतवार दास महंत ने बताया कि उनका बेटा टिकेश्वर दूसरी कक्षा में पढ़ता है, लेकिन एक ही शिक्षक पूरे स्कूल को पढ़ाने की कोशिश कर रहा था, जिससे बच्चों की पढ़ाई में रुकावट आ रही थी। अब शिक्षकों के आने से न केवल कक्षाएं नियमित होंगी, बल्कि गुणवत्ता भी सुधरेगी।
👨🏫 पालकों की बड़ी राहत
गांव के शाखाराम राठिया ने भी शिक्षक मिलने पर संतोष जताया और बताया कि उनके बेटे तुलेश की पढ़ाई अब ठीक से हो सकेगी। पहले अगर एकमात्र शिक्षक छुट्टी पर होते, तो पूरा स्कूल बंद करना पड़ता था। अब यह परेशानी खत्म हो गई है।
🏫 21 स्कूलों में भेजे गए शिक्षक
जिले के शिक्षा विभाग द्वारा 3 और 4 जून को युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत 21 ऐसे स्कूलों में शिक्षक भेजे गए, जहां पूर्व में शिक्षक नहीं थे। इनमें अधिकतर स्कूल दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं। अब इन स्कूलों में नियमित कक्षाएं लगेंगी और बच्चों की पढ़ाई फिर से गति पकड़ेगी।
🌱 मुख्यमंत्री साय की पहल से नई उम्मीद
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में चल रही इस पहल ने ग्रामीण पालकों को अपने बच्चों के भविष्य को लेकर नई उम्मीद दी है। राज्य सरकार का यह प्रयास शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक बड़ा और सार्थक कदम है।
✨ शिक्षा से जुड़े भविष्य की नींव
बटुराकछार जैसे सुदूर गांवों में शिक्षक उपलब्ध कराकर सरकार ने यह साबित कर दिया है कि सभी बच्चों को समान शिक्षा का अधिकार दिलाना उसकी प्राथमिकता है। यह पहल नवाचार, समानता और समावेशी शिक्षा प्रणाली की ओर बढ़ता हुआ ठोस कदम है।
