रायपुर, 5 जून 2025।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में इंद्रावती नेशनल पार्क के अंदर गुरुवार को हुई मुठभेड़ में सीपीआई (माओवादी) के केंद्रीय समिति सदस्य सुधाकर के साथ एक और शीर्ष नक्सली कमांडर भास्कर उर्फ मेलारापु अडेलु मारा गया। भास्कर का शव शुक्रवार को बरामद किया गया।
बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने पुष्टि की कि भास्कर, तेलंगाना राज्य समिति (TSC) का एक अहम सदस्य और मंचेरियल-कोमरामभीम डिवीजन का सचिव था। वह विशेष समिति सदस्य (SCM) के पद पर भी कार्यरत था।
यह मुठभेड़ बुधवार से चल रहे विशेष अभियान का हिस्सा थी जिसमें राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF), डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) और CRPF की कोबरा यूनिट शामिल थी।
आईजी सुंदरराज ने बताया, “मुठभेड़ के बाद एक AK-47 राइफल, विस्फोटक, हथियार और बड़ी मात्रा में गोलाबारूद बरामद किया गया। प्रारंभिक पहचान से पुष्टि हुई कि शव भास्कर उर्फ मेलारापु अडेलु का है।”
भास्कर, तेलंगाना के आदिलाबाद जिले के पोचेरा गांव का निवासी था और मदिगा जाति से ताल्लुक रखता था। उस पर छत्तीसगढ़ में ₹25 लाख और तेलंगाना में ₹20 लाख का इनाम घोषित था।
भास्कर की पत्नी कांति लिंगव्वा उर्फ अनीता भी उसी डिवीजन में डिविजनल कमेटी सदस्य (DCM) थी, जिनकी 22 दिसंबर 2022 को मुठभेड़ में मौत हो चुकी है।
आईजी ने कहा, “सुधाकर और भास्कर जैसे वरिष्ठ माओवादियों के मारे जाने से क्षेत्र में नक्सली नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है। अन्य नक्सलियों की तलाश जारी है।”
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2024 से अब तक बस्तर क्षेत्र में 403 से अधिक नक्सली मारे जा चुके हैं।
केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि मार्च 2026 तक देश से वामपंथी उग्रवाद (Left Wing Extremism) का पूरी तरह सफाया कर दिया जाए।
आईजी सुंदरराज ने एक बार फिर नक्सलियों से आत्मसमर्पण की अपील करते हुए कहा, “हम क्षेत्र में शांति और विकास बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
