जगदलपुर, 3 जून 2025 — छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने माओवाद पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि माओवाद केवल हत्याएं करता है और कभी बस्तर की चिंता नहीं की। वे “माओवाद का विद्रूप चेहरा” कार्यक्रम में भाग लेने जगदलपुर पहुंचे थे, जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान माओवाद की क्रूरता पर खुलकर बयान दिया।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि माओवाद ने न केवल बस्तर में आदिवासियों की हत्याएं की हैं, बल्कि देश के जवानों को भी निशाना बनाया है। उन्होंने 1989 की बीजिंग की घटना का ज़िक्र करते हुए बताया कि कैसे माओवाद ने लोकतंत्र की मांग करने वाले हजारों युवाओं को टैंक से कुचलवा दिया था। यही विचारधारा आज बस्तर में आदिवासियों का गला रेत रही है।
बातचीत की शर्तें स्पष्ट
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि नक्सली खुद बातचीत चाहेंगे, तभी कोई वार्ता संभव होगी। उन्होंने कहा, “माओवादियों ने कभी बस्तर की चिंता नहीं की, ऐसे में उनके कहने पर शांति वार्ता नहीं होगी।” उन्होंने माओवादियों से सवाल किया कि उन्हें खुद नहीं पता कि उन्होंने अब तक कितने निर्दोष आदिवासियों की हत्या की है।
बस्तर में रैली: पीड़ित ग्रामीणों की आवाज़
कार्यक्रम से पहले बस्तर में माओवादी हिंसा के खिलाफ एक रैली निकाली गई, जिसमें नक्सल पीड़ित ग्रामीण, महिलाएं और बच्चे बड़ी संख्या में शामिल हुए। यह रैली सिरहासार चौक से निकाली गई और इसमें बस्तर के नक्सल प्रभावित जिलों से आए लोगों ने माओवाद की क्रूरता के खिलाफ आवाज़ बुलंद की।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अब बस्तर का आम नागरिक माओवाद के खिलाफ खड़ा हो रहा है, और यह बदलाव सकारात्मक संकेत है।
