रायपुर – छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के बॉर्डर पर स्थित कोरागोटालु पहाड़ी पर सुरक्षा बलों ने 21 दिनों तक चले नक्सल विरोधी अभियान में अब तक की सबसे बड़ी सफलता हासिल की है। इस ऑपरेशन में 35 नक्सलियों को ढेर किया गया, जिनमें 16 महिलाएं और कई वरिष्ठ नक्सली कमांडर शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ के डीजीपी अरुण देव गौतम ने बताया कि इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने लक्ष्य से अधिक इनपुट और सबूत जुटाए हैं। ऑपरेशन के दौरान 21 मुठभेड़ें हुईं और 350 से ज्यादा नक्सलियों को घेरा गया, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ। नक्सलियों के कई कैंप और बंकर तबाह कर दिए गए।

इस दौरान 12,000 किलोग्राम से ज्यादा भोजन सामग्री, 450 से अधिक आईईडी और हथियार बनाने वाली चार फैक्ट्रियों का खुलासा हुआ है। इन फैक्ट्रियों से जुड़े उपकरण जब्त किए गए और हथियार निर्माण में शामिल 28 नक्सलियों की जांच जारी है।
CRPF के डीजी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि 2026 तक देश को नक्सलमुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में यह ऑपरेशन रणनीतिक रूप से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 126 से घटकर अब 18 रह गई है।
सुरक्षा बलों ने 45 डिग्री सेल्सियस जैसी भीषण गर्मी में भी ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस दौरान दर्ज 17 FIR की जानकारी केंद्रीय जांच एजेंसी NIA के साथ साझा की गई है।
इस साल अब तक 197 नक्सली मारे गए हैं और 718 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। आने वाले समय में कोरागोटालु पहाड़ी क्षेत्र को आम नागरिकों के लिए खोला जाएगा, जिससे विकास कार्यों को भी गति मिलेगी।
