अमृतसर, 14 मई 2025:
पाकिस्तान रेंजर्स की हिरासत में रहे सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान पूर्णम कुमार शॉ को आज सुबह भारत को सौंप दिया गया। उन्हें अमृतसर स्थित संयुक्त चेक पोस्ट (Joint Check Post) अटारी पर सुबह करीब 10:30 बजे शांतिपूर्ण ढंग से भारत के अधिकारियों को सौंपा गया। BSF ने एक आधिकारिक बयान में इस बात की पुष्टि की है।
40 वर्षीय जवान पूर्णम कुमार शॉ, पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में तैनात थे और 23 अप्रैल 2025 को गश्त के दौरान अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान चले गए थे। यह घटना जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के ठीक एक दिन बाद हुई थी, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे। इस आतंकी हमले के बाद सीमा पर तनाव काफी बढ़ गया था, जिसके चलते जवान की वापसी में देरी हुई।

BSF अधिकारियों के अनुसार, जवान वर्दी में और अपनी सर्विस राइफल के साथ थे जब वे सीमा पार कर गए। ऐसी घटनाएं गश्त के दौरान अक्सर होती हैं और आमतौर पर फ्लैग मीटिंग के माध्यम से सुलझा ली जाती हैं। हालांकि इस बार पाकिस्तान ने सीमा तनाव के कारण बैठक के अनुरोधों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, जिससे जवान की रिहाई में विलंब हुआ।
पूर्णम कुमार शॉ पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रहने वाले हैं और पिछले 17 वर्षों से BSF में सेवा दे रहे हैं। उनकी रिहाई के लिए पूरे देश से दुआएं और समर्थन मिल रहा था।
जवान की गिरफ्तारी के कुछ दिन बाद उनकी गर्भवती पत्नी रजनी शॉ अपने 7 वर्षीय बेटे के साथ चंडीगढ़ पहुंचीं थीं, जहां से वे फिरोजपुर गईं ताकि अपने पति की रिहाई से जुड़ी जानकारी ले सकें।
रजनी शॉ ने अपने पति की वापसी पर भावुक होकर कहा,
“मैं उन सभी का धन्यवाद करती हूं जिन्होंने मेरा साथ दिया। पूरा देश हमारे साथ था। मुख्यमंत्री ने मुझे कई बार फोन कर हिम्मत दी। मैं उनके आभार की ऋणी हूं।”
