दुर्ग, 2 मई — नगर पालिक निगम क्षेत्र में 1 मई से 8 जून तक चल रहे 60 वार्डों के महा-सफाई अभियान के दूसरे दिन शुक्रवार को महापौर श्रीमती अलका बाघमार ने वार्ड क्रमांक 25 का निरीक्षण किया। उनके साथ आयुक्त सुमित अग्रवाल, प्रभारी अधिकारी नीलेश अग्रवाल और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
निरीक्षण के दौरान नालियों और सड़कों पर अतिक्रमण, अवैध निर्माण और बिल्डिंग मटेरियल (रेत-गिट्टी) फैला कर गंदगी फैलाने वालों को महापौर ने कड़ी फटकार लगाई। साथ ही निगम की टीम ने रेत/गिट्टी जब्त कर कार्रवाई की शुरुआत कर दी।

3 दिन का अल्टीमेटम—फिर चलेगा बुलडोजर
महापौर ने सार्वजनिक रूप से चेतावनी दी कि नगर निगम द्वारा जारी नोटिस का 3 दिन के भीतर पालन नहीं करने पर बुलडोजर चलाया जाएगा। नालियों के ऊपर बने अवैध निर्माण को लेकर भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि अब सड़कों और नालियों पर अवैध कब्जा करने वालों की खैर नहीं। जिन संचालकों ने नाली या सड़क पर बिल्डिंग सामग्री फैलाकर अतिक्रमण किया है, उन पर भी निगम सख्त रुख अपनाएगा।
स्वास्थ्य अमले को लगाई फटकार
निरीक्षण के दौरान जब साफ-सफाई की स्थिति असंतोषजनक पाई गई, तो महापौर ने स्वास्थ्य विभाग को फटकार लगाई। उन्होंने सुपरवाइजर्स को आदेश दिया कि हर वार्ड में नियमित हाजिरी लेकर निगरानी करें, और अनदेखी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
कई क्षेत्रों में चला अतिक्रमण हटाओ अभियान
इस अभियान में गायत्री वार्ड, घोड़ी बस्ती, स्टेशन रोड ओवरब्रिज के सामने, अवैध खोमचे, और चौराहा क्षेत्र शामिल रहे। निगम की टीम ने सुबह 6 बजे से अभियान शुरू कर दिया था।
इस दौरान महापौर ने सार्वजनिक नलों में व्यर्थ बहते पानी को देख टोटी लगाने और जल अपव्यय रोकने के निर्देश भी दिए।
इन जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने निभाई सक्रिय भूमिका:
एमआईसी सदस्य देवनारायण चन्द्राकर, नरेंद्र बंजारे, शेखर चन्द्राकर, ज्ञानेश्वर ताम्रकार, पार्षद मनीषा सोनी, रंजीता पाटिल, सावित्री दमाहे, उपायुक्त मोहेंद्र साहू, सहायक अभियंता राजेन्द्र ढाबाले, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा और अन्य निगम अधिकारी उपस्थित रहे।
