बिलासपुर (छत्तीसगढ़), 1 मई: गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर दिलीप झा को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया, जब उन पर आरोप लगा कि उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) कैंप के दौरान 155 छात्रों को ईद के दिन नमाज़ पढ़ने के लिए मजबूर किया। यह घटना 31 मार्च को बिलासपुर ज़िले के शिवतराई गांव में NSS कैंप के दौरान हुई थी।
छात्रों द्वारा दी गई शिकायत में कहा गया कि कुछ मुस्लिम छात्र स्कूल ग्राउंड में नमाज़ अदा कर रहे थे, और अन्य छात्रों को भी बिना उनकी अनुमति के नमाज़ पढ़ने के लिए कहा गया। इस पर कुछ छात्रों ने आपत्ति जताई और स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, जिसे बाद में कोटा थाना क्षेत्र में ट्रांसफर कर दिया गया।

कोटा थाना प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि इस मामले में सिर्फ प्रोफेसर दिलीप झा ही नहीं, बल्कि NSS समन्वयक, छह अन्य प्रोफेसर, एक टीम लीडर और एक छात्र के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता की धाराएं –
- धारा 196 (b): समूहों के बीच वैमनस्य फैलाना
- धारा 197 (1)(b)(c): राष्ट्रीय एकता के लिए हानिकारक आरोप
- धारा 299: धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए जानबूझकर किया गया कार्य
- धारा 302: जानबूझकर धार्मिक भावनाएं आहत करने के लिए शब्दों का प्रयोग
- धारा 190: गैरकानूनी जमावड़ा
हालांकि, पुलिस ने जब दिलीप झा को मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया तो कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी।
विश्वविद्यालय की मीडिया सेल ने इस विषय पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। वहीं, मामले ने पूरे विश्वविद्यालय परिसर में हलचल मचा दी है, और छात्रों के बीच चिंता का माहौल है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में आगे क्या रुख अख्तियार किया जाता है और जांच किस दिशा में जाती है।
