हुगली (पश्चिम बंगाल)। सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान पूर्णब कुमार शॉ, जो पिछले हफ्ते पंजाब के फीरोजपुर सेक्टर में पाकिस्तान सीमा पार कर गए थे, अब पाकिस्तान रेंजर्स की हिरासत में हैं। उनकी पत्नी राजनी शॉ ने सोमवार को कहा कि उन्हें अब तक अपने पति की रिहाई को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है। उन्होंने अपने 8 साल के बेटे के साथ पठानकोट के लिए रवाना होते समय मीडिया से कहा, “मैं गर्भवती हूं, लेकिन मेरे पास और कोई विकल्प नहीं है।”
राजनी शॉ ने कहा, “कल कुछ BSF अधिकारी हमारे घर आए थे और कहा कि चिंता न करें। लेकिन अब तक ये नहीं बताया गया कि मेरे पति को सुरक्षित वापस लाने के लिए क्या किया जा रहा है। मैं घर पर बैठकर सिर्फ आश्वासन नहीं सुन सकती, मैं सीधे उनके कमांडिंग ऑफिसर से बात करना चाहती हूं।”

क्या हुआ था:
23 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 पर्यटकों की आतंकवादी हमले में हत्या के एक दिन बाद, पूर्णब कुमार शॉ फसल की रखवाली कर रहे किसानों की निगरानी के दौरान सीमा पार कर पाकिस्तान की ओर चले गए थे। उन्होंने उस समय BSF की 24वीं बटालियन की वर्दी पहन रखी थी और उनके पास सरकारी राइफल भी थी।
घटना का खुलासा 24 अप्रैल को तब हुआ, जब भारत पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक स्तर पर विरोध दर्ज करा रहा था। सूत्रों के अनुसार, ऐसे मामले पहले भी सामने आ चुके हैं और झंडा बैठकों (Flag Meetings) के जरिए इन्हें सुलझाया जाता रहा है।
बढ़े तनाव के बीच फ्लैग मीटिंग विफल:
हालांकि, पूर्णब शॉ के मामले में लगातार दो फ्लैग मीटिंग हुईं लेकिन पहलगाम हमले के कारण भारत-पाक के बीच बढ़े तनाव के चलते कोई हल नहीं निकल सका। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल राजनयिक स्तर पर प्रयास जारी हैं।
राजनी शॉ का दर्द छलक उठा – “मैं जानती हूं कि देश के लोग मेरे पति को लेकर चिंतित हैं, लेकिन एक पत्नी के तौर पर मैं बेहद व्याकुल हूं। मैं जानना चाहती हूं कि मेरे पति को वापस लाने के लिए क्या किया जा रहा है।”
