कर्रेगुट्टा (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर स्थित कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में जारी नक्सल उन्मूलन अभियान की समीक्षा बैठक की। इस महत्वपूर्ण बैठक में गृह मंत्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अरुणदेव गौतम और सीआरपीएफ सहित अन्य सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान कहा, “नक्सल उन्मूलन केवल एक अभियान नहीं, बल्कि बस्तर और पूरे छत्तीसगढ़ के भविष्य को सुरक्षित करने का एक संकल्प है।” उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में राज्य सरकार पूरी दृढ़ता से नक्सलवाद के खिलाफ काम कर रही है और प्रदेश को नक्सलमुक्त बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नक्सल विरोधी अभियानों में आपसी समन्वय और सूचना संकलन तंत्र को और अधिक मजबूत किया जाए। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले समय में छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त और विकासोन्मुख प्रदेश के रूप में पूरे देश में एक नई पहचान मिलेगी।
बैठक में सुरक्षा बलों के समर्पण और साहस की भी सराहना की गई और उन्हें हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया गया ताकि अभियान को सफलता पूर्वक अंजाम तक पहुँचाया जा सके।
