पुलिस विभाग द्वारा एक बार फिर से पीडीएस योजना के चावल का अवैध कारोबार किए जाने का खुलासा किया है। पुलिस ने एक ट्रक, आटो व गोदाम से कुल 56 टन चावल की बरामदगी की है। प्रथम दृष्टया यह तावल पीडीएस योजना के तहत वितरित किए जाने वाला माना गया है। इस मामले में चावल का अवैध परिवहन करने के आरोप में ट्रक तथा चालकों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। कारोबारी किशन खंडेलवाल की तलाश की जा रही है।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। मामला नगर कोतवाली क्षेत्र का है। शुक्रवार की सबेरे पुलिस को सूचना मिली थी कि पीडीएस योजना के तहत वितरित किए जाने चावल का अवैध परिवहन कर अंयत्र भेजा जा रहा है। सूचना के आधार पर नाकेबंदी कर शंकरनाला पुल के पास ट्रक क्र. सीजी 08-एल-1981 को कब्जे में लिया गया। इस ट्रक पर 25 टन 250 किलो चावल लदा हुआ था। ट्रक चालक संतोष चंद्राकर से पूछताछ किए जाने पर उसने चावल को गोंदिया ले जाने का खुलासा किया। इसी दौरान एक आटो की भी पुलिस द्वारा तलाशी ली गई। इस आटो क्र. सीजी 07-सीए-7044 पर चावल की 16 बोरियां लदी हुई थी। आटो चालक सनत यादव के अनुसार वह चावल को पिसाई के लिए ले जा रहा था।
चालकों की निशानदेही पर पुलिस ने रामधन खंडेलवाल मेसर्स के गोदाम में दबिश देने पर वहां से लगभग 30 टन चावल बरामद किया गया। इस बारामदगी जानकारी खाद्य विभाग को दी गई। विभाग ने चावल के प्रथम दृष्टया पीडीएस योजना का होने के मद्देनजर चावल जब्त कर लिया गया है। मामले में वाहन चालकों के साथ गोदाम संचालक किशन खंडेलवाल के खिलाफ आवश्यक अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। आरोपी किशन खंडेलवाल की तलाश की जा रही है। टीआई राजेश बागड़े ने बताया कि इससे पूर्व भी चावल के अवैध परिवहन के मामले में किशन खंडेलवाल के खिलाफ दो बार कार्रवाई की गई है।