पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो-जरदारी ने भारत द्वारा सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को निलंबित करने के फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान का पानी रोका गया, तो नदियों में खून बहेगा।
सिंध प्रांत के सक्कर क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बिलावल ने कहा, “सिंधु हमारी थी, हमारी है और हमारी ही रहेगी। या तो इसमें हमारा पानी बहेगा या उनका खून।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोहनजोदड़ो और लरकाना में बसी सभ्यता के असली वारिस हम हैं, और हम अपने पानी की हर कीमत पर रक्षा करेंगे।

बिलावल ने आरोप लगाया कि भारत सरकार पाकिस्तान के पानी पर नज़र गड़ाए बैठी है और अब समय आ गया है कि पाकिस्तान के चारों प्रांत एकजुट होकर अपनी नदियों की रक्षा करें। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय समुदाय मोदी सरकार के “युद्धोन्माद” को बर्दाश्त नहीं करेंगे और सिंधु नदी के पानी पर किसी भी तरह की डकैती को रोकने के लिए पूरी ताकत से मुकाबला करेंगे।
भारत ने बुधवार को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक संबंधों को घटा दिया। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के फ्रंट ग्रुप “द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF)” ने ली थी।
भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के फैसले के जवाब में पाकिस्तान ने भी सख्त रुख अपनाते हुए शिमला समझौते को निलंबित करने और भारत के साथ अन्य द्विपक्षीय समझौतों को होल्ड पर रखने की धमकी दी है। पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापार बंद कर दिया है और भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र भी बंद कर दिया है। पाकिस्तान ने स्पष्ट किया कि सिंधु नदी के पानी के प्रवाह में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ को ‘युद्ध की कार्रवाई’ माना जाएगा।
इसी के साथ, बिलावल भुट्टो ने यह भी घोषणा की कि पाकिस्तान की संघीय सरकार ने छह नए विवादास्पद नहरों के निर्माण पर सहमति बनाई है कि अब कोई भी नई नहर तभी बनेगी जब सभी प्रांतों में आम सहमति होगी। यह निर्णय “काउंसिल ऑफ कॉमन इंटरेस्ट्स (CCI)” में लिया गया, जो प्रांतों के बीच विवादों को सुलझाने के लिए गठित एक उच्च स्तरीय निकाय है।
