रायपुर। छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और तेलंगाना की सीमा पर स्थित कररेगुट्टा की पहाड़ियों में अब तक का सबसे बड़ा नक्सल विरोधी ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पिछले 72 घंटों से जारी इस भीषण मुठभेड़ में अब तक तीन नक्सलियों को मार गिराया गया है, जबकि करीब 300 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने चारों ओर से घेर रखा है।
इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ पुलिस की डीआरजी, महाराष्ट्र की C-60 फोर्स और तेलंगाना की ग्रेहाउंड्स जैसी एलीट यूनिट्स शामिल हैं। बस्तर रेंज के आईजी ने मुठभेड़ की पुष्टि की है।

सूत्रों के अनुसार, इस पहाड़ी इलाके में नक्सलियों के मिलिट्री कमिशन चीफ हिडमा, देवा समेत कई शीर्ष कमांडर मौजूद हैं। करीब 2,500 जवानों ने पूरे इलाके को घेरकर नक्सलियों को निकलने का कोई रास्ता नहीं छोड़ा है।
नक्सलियों ने प्रेशर IED बिछा रखे हैं, जिन्हें डीमाइनिंग यूनिट द्वारा निष्क्रिय किया जा रहा है। ऑपरेशन में MI-17 हेलिकॉप्टर, ड्रोन, ALM वाहन, एम्बुलेंस, और भारी संख्या में राशन और जरूरी उपकरण तैनात किए गए हैं।
तेलंगाना के सीमावर्ती पुलिस थानों को लॉन्चपैड बनाकर अभियान को संचालित किया जा रहा है। गुरुवार की सुबह आसमान में दो-तीन हेलिकॉप्टरों की एकसाथ उड़ान देखी गई।
बढ़ते तापमान के चलते जवानों को अतिरिक्त चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन उनका लक्ष्य साफ है—एक भी नक्सली इस घेरे से बाहर न निकल पाए।
ऑपरेशन का हर मूवमेंट पूरी तरह गोपनीय रखा गया है, और आगामी कुछ घंटों में इसके तेज होने की संभावना जताई जा रही है।
