बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के कानन पेंडारी प्राणी उद्यान में रह रहे इकलौते नर श्वेत बाघ ‘आकाश’ की सोमवार को अचानक तबियत बिगड़ने के बाद मृत्यु हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, उसकी मौत का कारण हृदयाघात (हार्ट अटैक) बताया गया है। ‘आकाश’ की उम्र लगभग 10 वर्ष थी और उसका जन्म 16 मई 2015 को इसी चिड़ियाघर में हुआ था।
📍 अचानक बिगड़ी तबियत, सुबह 9:11 बजे हुआ निधन
कानन पेंडारी प्रशासन के अनुसार, सोमवार सुबह ‘आकाश’ की तबियत अचानक खराब हुई और सुबह 9:11 बजे उसने दम तोड़ दिया। अधिकारियों ने बताया कि बाघ के स्वास्थ्य में कोई पूर्व संकेत नहीं था, वह कुछ ही देर पहले तक बिल्कुल स्वस्थ नजर आ रहा था।

🧪 विशेषज्ञों की टीम ने किया पोस्टमार्टम
मृत्यु के बाद एक तीन सदस्यीय पशु चिकित्सा दल ने पोस्टमार्टम किया। इस दौरान मुख्य वन संरक्षक, क्षेत्र निदेशक, संचालक, अधीक्षक, परिक्षेत्र अधिकारी और वन्यजीव विशेषज्ञ मंसूर खान की उपस्थिति रही। जांच में हार्ट अटैक को मृत्यु का कारण बताया गया है।
🔥 अंतिम संस्कार अधिकारियों की निगरानी में
पोस्टमार्टम के बाद दोपहर को ‘आकाश’ का दाह-संस्कार सभी चिकित्सकीय एवं वन विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया।
🐅 अब सिर्फ मां और बेटी ही बचीं
अब कानन पेंडारी में आकाश की मां ‘सिद्धि’ और बेटी ‘ईशा’ ही रह गई हैं। चिड़ियाघर प्रबंधन फिलहाल ग्वालियर चिड़ियाघर से एक नए श्वेत बाघ को लाने के लिए प्रयास कर रहा है, हालांकि गर्मी के चलते स्थानांतरण में विलंब हो सकता है।
यह घटना न केवल चिड़ियाघर के लिए एक भावनात्मक क्षति है, बल्कि श्वेत बाघ संरक्षण के प्रयासों के लिए भी एक चुनौती है।
