छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी विस्फोट में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (CAF) के 26 वर्षीय जवान की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना सोमवार को तोयनार और फरसेगढ़ गांवों के बीच हुई, जहां सड़क निर्माण कार्य की सुरक्षा में CAF की टीम तैनात थी।
पुलिस द्वारा जारी बयान के अनुसार, शहीद जवान की पहचान मनोज पुजारी (26) के रूप में हुई है, जो CAF की 19वीं बटालियन में पदस्थ थे। ड्यूटी के दौरान उनका पैर नक्सलियों द्वारा पहले से जमीन में दबाकर रखे गए आईईडी पर पड़ गया, जिससे जोरदार धमाका हुआ और वे मौके पर ही शहीद हो गए।

यह सड़क निर्माण परियोजना इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी सुधारने के उद्देश्य से चल रही है, लेकिन माओवादियों के लगातार हमलों के कारण सुरक्षा बलों के लिए चुनौती बनी हुई है। घटना के बाद इलाके में सुरक्षा बलों ने सघन सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
लगातार हो रहे हैं आईईडी हमले
बस्तर क्षेत्र के सात जिलों में फैले माओवाद प्रभावित इलाकों में नक्सली सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए लगातार आईईडी बमों का इस्तेमाल कर रहे हैं। न सिर्फ जवान, बल्कि आम नागरिक भी इन घातक विस्फोटों का शिकार हो रहे हैं।
- 9 अप्रैल को बीजापुर में CRPF के एक जवान आईईडी विस्फोट में घायल हुए थे।
- 4 अप्रैल को नारायणपुर जिले में एक 25 वर्षीय युवक की मौत हो गई, जबकि एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया।
- 30 मार्च को बीजापुर में ही एक 40 वर्षीय आदिवासी महिला की नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी से मौत हो गई थी।
इन घटनाओं से साफ है कि बस्तर में नक्सली अब भी सक्रिय हैं और उनकी हिंसक गतिविधियां लगातार जारी हैं। सरकार द्वारा चलाए जा रहे एंटी-नक्सल ऑपरेशन के बावजूद ऐसी घटनाएं यह दर्शाती हैं कि सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत है।
