नई दिल्ली, 19 अप्रैल 2025:
नान घोटाले (Nagrik Apurti Nigam – NAN) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) के मामलों में हस्तक्षेप करने के आरोप में CBI ने छत्तीसगढ़ सरकार के पूर्व प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला, पूर्व संयुक्त सचिव अनिल टुटेजा और पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में जांच को लेकर CBI ने FIR नंबर 49/2024 को अपने हाथ में लिया है, जो पहले राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW), रायपुर द्वारा दर्ज किया गया था।
रायपुर में दो स्थानों पर CBI की छापेमारी
CBI की टीम ने शुक्रवार को रायपुर में दो स्थानों पर छापेमारी की और इस दौरान कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए। इन दस्तावेजों में उन प्रयासों के सबूत मिले हैं जिनके ज़रिए आरोपी अफसरों ने खुद के खिलाफ चल रही ED और NAN मामलों की जांच को प्रभावित करने की कोशिश की थी।

आरोपों की गंभीरता
आरोप है कि इन पूर्व अधिकारियों ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए जांच को प्रभावित करने, हाईकोर्ट में दायर जवाबों में हेरफेर करने, और अनुचित लाभ देकर महाधिवक्ता से पक्ष में कार्य कराने जैसे गंभीर कार्य किए।
इन अधिकारियों ने ED और EOW की कार्यवाही को विफल करने के लिए विभागीय दस्तावेजों में बदलाव करवाया, ताकि अदालती कार्यवाही में खुद के लिए अग्रिम जमानत प्राप्त की जा सके।
आयकर विभाग ने दिए डिजिटल साक्ष्य
इस पूरे मामले में आयकर विभाग द्वारा जब्त किए गए डिजिटल सबूतों ने CBI को कार्रवाई करने के लिए आधार प्रदान किया। अब यह मामला पूरी तरह से CBI की निगरानी में आ गया है और जांच जारी है।
