कोलकाता, 16 अप्रैल 2025 — पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर भड़की सांप्रदायिक हिंसा को पूर्व नियोजित बताया है। उन्होंने इस हिंसा के पीछे भारतीय जनता पार्टी (BJP), कुछ केंद्रीय एजेंसियों और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के कुछ तत्वों की भूमिका होने का दावा किया।
कोलकाता में मुस्लिम धर्मगुरुओं की बैठक को संबोधित करते हुए ममता ने कहा, “मुझे खबर मिली कि मुर्शिदाबाद की हिंसा में सीमा पार से भी लोग शामिल थे। BSF का काम सीमा की रक्षा करना है, जो कि गृह मंत्रालय के अधीन है। केंद्र सरकार इस जिम्मेदारी से बच नहीं सकती। मैं पता लगाऊंगी कि BSF ने किन युवाओं को पत्थरबाजी के लिए पैसे दिए थे।”

उन्होंने सवाल उठाया कि “BJP के बाहर से आए गुंडों को राज्य में घुसने और हिंसा फैलाने की अनुमति क्यों दी गई?” साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गृह मंत्री अमित शाह को नियंत्रण में रखने की अपील की और आरोप लगाया कि “अमित शाह देश को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा रहे हैं।”
ममता बनर्जी ने वक्फ संशोधन अधिनियम को “क्रूर और विभाजनकारी” करार दिया और प्रधानमंत्री से इसे लागू न करने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह कानून देश को बांटेगा और आगे चलकर समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) जैसे फैसले भी आ सकते हैं।
अंत में, उन्होंने विपक्षी गठबंधन INDIA से एकजुट होकर इस कानून के खिलाफ लड़ने की अपील की, ताकि लोकतंत्र और सामाजिक एकता की रक्षा की जा सके।
