पोरबंदर, 14 अप्रैल 2025 — भारत की समुद्री सुरक्षा व्यवस्था ने एक बार फिर अपने साहस और सतर्कता से नशे के सौदागरों के मंसूबों को नाकाम कर दिया है। ATS (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) से मिली खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) ने अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (IMBL) की ओर सर्च अभियान चलाया, जिसमें 190 किलोमीटर दूर पोरबंदर तट से एक संदिग्ध बोट पकड़ी गई।
अंधेरे समुद्र में संदिग्ध बोट को देख कोस्ट गार्ड की टीम ने जब पहचान पूछी, तो बोट में सवार तस्कर घबरा गए। उन्होंने कई पैकेट्स ड्रग्स समुद्र में फेंक दिए और अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भाग निकले। भारतीय जहाज ने पीछा किया लेकिन सीमा पार कर जाने के कारण उसे रोकना पड़ा।

कोस्ट गार्ड की रेस्क्यू बोट ने समुद्र में फेंकी गई ड्रग्स की खेप को बरामद कर लिया, जिसे अब ATS को सौंप दिया गया है। सूत्रों की मानें तो खेप की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपए हो सकती है। फिलहाल ATS और अन्य सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं।
यह 13वीं बड़ी संयुक्त कार्रवाई है जो ATS और कोस्ट गार्ड द्वारा हाल के वर्षों में की गई है। यह दर्शाता है कि भारत की समुद्री सीमाएं सुरक्षित हाथों में हैं और किसी भी तस्कर को घुसपैठ का मौका नहीं दिया जा रहा।
कोस्ट गार्ड के अधिकारियों का कहना है कि समुद्री तस्करी के कई प्रयास लगातार होते रहते हैं, लेकिन हमारी 24×7 निगरानी और खुफिया तंत्र के कारण एक भी बड़ा प्रयास सफल नहीं हो सका।
