नई दिल्ली, 10 अप्रैल 2025: 26/11 मुंबई आतंकी हमले की साजिश रचने वाले पाकिस्तानी मूल के कनाडाई-अमेरिकी नागरिक तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका ने भारत को प्रत्यर्पित कर दिया है। यह एक बड़ा राजनयिक और न्यायिक कदम माना जा रहा है, जिससे मुंबई हमले के पीड़ितों को न्याय मिलने की उम्मीद और मजबूत हुई है।
तहव्वुर राणा को अमेरिका में डेविड हेडली के सहयोगी के रूप में गिरफ्तार किया गया था। डेविड हेडली वही शख्स है जिसने लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के इशारे पर 2008 के मुंबई हमलों की योजना और टोह लेने का काम किया था। राणा पर आरोप है कि उसने हेडली को झूठी पहचान और भारत के लिए वीज़ा दिलवाने में मदद की, ताकि वह भारत जाकर हमले की तैयारी कर सके।

पाकिस्तान ने झाड़ा पल्ला
इस घटनाक्रम पर पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि तहव्वुर राणा से उसका कोई लेना-देना नहीं है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अनुसार, राणा एक कनाडाई नागरिक है और उसने पिछले 20 वर्षों से पाकिस्तानी दस्तावेज़ों को नवीनीकृत नहीं किया है। पाकिस्तान का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत उसकी भूमिका को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर लगातार सवाल उठाता रहा है।
भारत के लिए बड़ा कूटनीतिक जीत
भारत ने 2011 में राणा के खिलाफ गैरहाजिर चार्जशीट दाखिल की थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उसे वांछित आतंकवादी घोषित किया था और उसके प्रत्यर्पण की कोशिशें लंबे समय से चल रही थीं। अमेरिका द्वारा प्रत्यर्पण की स्वीकृति के बाद अब उसे भारत में न्याय की प्रक्रिया का सामना करना होगा।
इस कदम को भारत की कूटनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है, जो आतंकवाद के खिलाफ उसकी जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाता है।
