महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि राज्य की जनता पहले ही यह तय कर चुकी है कि असली ‘गद्दार’ कौन है। यह बयान उस विवाद के बीच आया है, जिसमें कॉमेडियन कुणाल कामरा ने मुंबई में अपने शो के दौरान शिंदे को ‘गद्दार’ कहा था। शिवसेना प्रमुख शिंदे ने कामरा पर ‘पेड कंटेंट’ का आरोप दोहराते हुए कहा कि उनका पैरोडी गाना उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) द्वारा दिए गए ‘सुपारी’ का हिस्सा है।
शिंदे का पलटवार
राज्य विधान परिषद में शिंदे ने तीखा जवाब देते हुए कहा, “आप मुझे बार-बार ‘गद्दार’ कह रहे हैं, लेकिन जल्द ही आपको अपनी पार्टी के ‘द्वार’ (दरवाजे) बंद करने पड़ेंगे। चुनाव आयोग, सुप्रीम कोर्ट और विधानसभा अध्यक्ष पहले ही तय कर चुके हैं कि असली ‘गद्दार’ कौन है। इससे भी बड़ी बात यह है कि जनता ने अपना फैसला दे दिया है। आप जितनी चाहे ‘सुपारी’ दें, कुछ भी असर नहीं होने वाला।”

उद्धव गुट पर निशाना
शिंदे ने शिवसेना (यूबीटी) पर निशाना साधते हुए कई उदाहरण पेश किए, जब पार्टी ने आलोचकों के खिलाफ कार्रवाई की थी। उन्होंने 2020 में अभिनेत्री और वर्तमान बीजेपी सांसद कंगना रनौत के मुंबई स्थित घर को गिराने का मुद्दा उठाया, जब उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत केस को लेकर तत्कालीन उद्धव ठाकरे सरकार की आलोचना की थी। यह गौर करने वाली बात है कि उस समय शिंदे भी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में मंत्री थे।
‘गद्दार’ जिब पर बढ़ता विवाद
एकनाथ शिंदे को 2022 में शिवसेना में बगावत के बाद से लगातार ‘गद्दार’ कहकर निशाना बनाया जाता रहा है। उन्होंने बीजेपी के साथ हाथ मिलाया, जिससे उद्धव ठाकरे सरकार गिर गई और उनकी जगह शिंदे के नेतृत्व में नई सरकार बनी।
कुणाल कामरा पर केस दर्ज
इस पूरे विवाद के बीच मुंबई पुलिस ने कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हालांकि, कामरा फिलहाल शहर में मौजूद नहीं हैं और उन्होंने समन का जवाब देने के लिए एक हफ्ते का समय मांगा है। महायुति गठबंधन ने कामरा की आलोचना की है, जबकि शिवसेना (यूबीटी) और अन्य विपक्षी दलों ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से जुड़ा मामला बताते हुए कॉमेडियन का समर्थन किया है।
