छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई, बीजापुर और कांकेर में 22 नक्सली ढेर

छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर जिलों में गुरुवार, 20 मार्च को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में कम से कम 22 नक्सली मारे गए। बीजापुर में सुबह 7 बजे से दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी जारी थी, जिसमें एक डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) जवान शहीद हो गया। वहीं, कांकेर जिले के एक अन्य हिस्से में मुठभेड़ के बाद चार और नक्सलियों के शव बरामद हुए।

जानकारी के अनुसार, सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम को बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले की सीमा पर स्थित गंगालूर थाना क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान के तहत तैनात किया गया था। इलाके में अभी भी तलाशी अभियान जारी है और सुरक्षा बलों को नक्सलियों के शवों के साथ भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी मिले हैं।

इससे पहले, 9 फरवरी को बीजापुर के नेशनल पार्क क्षेत्र में हुई एक मुठभेड़ में दो सुरक्षाकर्मी और 31 नक्सली मारे गए थे। फरवरी महीने में कुल 18 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया और सुरक्षा बलों ने बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री भी बरामद की थी। साल 2025 में अब तक 81 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया गया है।

नक्सलवाद के खात्मे का संकल्प
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा कि केंद्र सरकार 31 मार्च 2026 तक “वामपंथी उग्रवाद” को पूरी तरह समाप्त कर देगी। उन्होंने लिखा, “मैं दोहराना चाहता हूं कि 31 मार्च 2026 से पहले हम देश से नक्सलवाद का पूर्ण रूप से सफाया कर देंगे, ताकि कोई भी नागरिक इसकी वजह से अपनी जान न गंवाए।”

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साई ने भी विश्वास जताया कि राज्य को 2026 तक नक्सलवाद से मुक्त कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, हम छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद के इस ‘कैंसर’ से मुक्त करेंगे।”