प्रधानमंत्री आवास योजना में रिश्वतखोरी का मामला उजागर, सिरौना पंचायत में जांच की मांग

मोतिहारी, 17 मार्च 2025: प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत रिश्वतखोरी का एक और मामला सामने आया है, जिससे चिरैया प्रखंड के सिरौना पंचायत में हड़कंप मच गया है। आवास सहायक धर्मेंद्र कुमार और एक वार्ड सदस्य के बीच रिश्वत से जुड़ी बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें अवैध वसूली का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।

वायरल ऑडियो में रिश्वतखोरी का खुलासा

ऑडियो में आवास सहायक धर्मेंद्र कुमार यह कहते सुने गए हैं कि उन्होंने 110 लोगों का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में जोड़ा है, लेकिन अब तक उन्हें सिर्फ 40 से 50 हजार रुपये ही मिले हैं। बातचीत में उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इस पैसे से उन्होंने दो मोबाइल फोन खरीदे और ऑफिस का खर्च निकाला। अब वह बाकी पैसे की मांग कर रहे हैं।

संपूर्ण प्रखंड कार्यालय की कार्यशैली पर सवाल

सिरौना पंचायत के सरपंच कुमार सौरभ ने कहा कि यह मामला सिर्फ व्यक्तिगत रिश्वतखोरी तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे प्रखंड कार्यालय की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऑफिस तक भी रिश्वत पहुंचने की बात कही जा रही है, जिससे स्पष्ट होता है कि यह भ्रष्टाचार बड़े स्तर पर हो रहा है।

उच्चस्तरीय जांच की मांग

सरपंच कुमार सौरभ ने इस मामले में बीडीओ, एसडीओ, डीडीसी और जिलाधिकारी को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब तक इस मामले की गहराई से जांच नहीं होगी, तब तक पात्र लाभार्थियों को सही तरीके से योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा

पहले भी हो चुकी है कार्रवाई

गौरतलब है कि बीते दिनों इसी तरह के मामले में चार आवास सहायकों पर विभागीय कार्रवाई की गई थी, लेकिन अब इस नए खुलासे ने पूरे सिस्टम की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *