उज्जैन: देशभर में होली की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन सबसे पहले उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल मंदिर में होली मनाई गई। मंदिर के पुजारियों ने बाबा महाकाल को एक किलो हर्बल गुलाल चढ़ाया और विशेष पूजा-अर्चना की। इसके बाद मंदिर प्रांगण में देश का पहला होलिका दहन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।

मंदिर प्रबंधन ने किए विशेष इंतजाम
बाबा महाकाल मंदिर में उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने खास इंतजाम किए। होलिका दहन के दौरान उज्जैन के कलेक्टर भी मौजूद रहे। वहीं, अगले दिन बाबा महाकाल की भस्म आरती में भी हल्के गुलाल से पूजा की जाएगी, हालांकि इस बार ज्यादा गुलाल गर्भगृह में नहीं चढ़ाया जाएगा।

बाबा महाकाल की दिनचर्या में होगा बदलाव
मंदिर के पुजारी ने बताया कि अब भगवान महाकाल का स्नान गर्म पानी की जगह ठंडे जल से किया जाएगा। चूंकि सर्दी खत्म हो चुकी है और गर्मी का मौसम शुरू हो गया है, इसलिए बाबा महाकाल की पूजा-विधि में यह परिवर्तन किया गया है।
सीएम मोहन यादव ने दी शुभकामनाएं
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस पावन अवसर पर लिखा—
“आज बाबा महाकाल मंदिर परिसर, उज्जैन में परंपरागत रूप से हर्षोल्लास के साथ होलिका दहन हुआ। यह असत्य पर सत्य के साथ भक्ति व विश्वास की विजय है। बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि वे सभी देशवासियों के जीवन में सुख, समृद्धि एवं शांति प्रदान करें।”
निष्कर्ष
उज्जैन का बाबा महाकाल मंदिर देश का पहला स्थान बन गया जहां होली मनाई गई। महाकाल की भक्ति और परंपराओं से जुड़े इस आयोजन ने श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।
