वाशिंगटन: ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में फिलिस्तीन समर्थक और इजरायल विरोधी गतिविधियों पर कार्रवाई तेज कर दी है। विदेशी छात्रों और ग्रीन कार्ड धारकों को चेतावनी दी गई है कि यदि वे किसी भी ऐसी गतिविधि में शामिल पाए गए जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा मानी जाती है—विशेष रूप से आतंकवाद से जुड़ी—तो उन्हें अमेरिका से निष्कासित किया जा सकता है।
व्हाइट हाउस के नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्टीफन मिलर ने स्पष्ट किया, “किसी को भी वीजा या ग्रीन कार्ड का अधिकार नहीं है। यदि आप आतंकवाद का समर्थन करते हैं, तो हम आपको यहां नहीं चाहते।”

कोलंबिया यूनिवर्सिटी के छात्र की गिरफ्तारी
न्यूयॉर्क की कोलंबिया यूनिवर्सिटी के छात्र महमूद खलील को फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग (DHS) के अनुसार, खलील की गतिविधियां हमास से जुड़ी पाई गईं, जो अमेरिका में एक नामित आतंकवादी संगठन है। हालांकि, न्यूयॉर्क के जज जेसी फर्मन ने उनकी तत्काल निष्कासन प्रक्रिया पर अस्थायी रोक लगा दी है, लेकिन मामला अभी भी समीक्षा के अधीन है।
अमेरिकी आव्रजन कानून के तहत कार्रवाई संभव
ट्रंप प्रशासन इस मामले में 1952 के अमेरिकी आव्रजन और राष्ट्रीयता अधिनियम (U.S. Immigration and Nationality Act) का सहारा ले सकता है, जो विदेशी नागरिकों को निर्वासित करने की अनुमति देता है यदि उनकी गतिविधियां अमेरिकी विदेश नीति के लिए गंभीर खतरा मानी जाएं।
विदेशी छात्रों पर और सख्ती की तैयारी
पूर्व ICE निदेशक टॉम होमन ने संकेत दिया कि खलील की गिरफ्तारी केवल शुरुआत है और भविष्य में और भी विदेशी छात्रों पर कार्रवाई की जाएगी। राष्ट्रपति ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “ICE ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी के कट्टरपंथी हमास समर्थक छात्र महमूद खलील को गिरफ्तार किया। यह पहली गिरफ्तारी है, और कई और गिरफ्तारियां होंगी।”
ट्रंप प्रशासन का यह रुख अमेरिका में बढ़ते फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनों और विश्वविद्यालय परिसरों में बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच आया है। इस कार्रवाई के बाद विदेशी छात्रों और ग्रीन कार्ड धारकों के लिए कड़े आव्रजन नियमों का पालन करना आवश्यक हो सकता है।
