इस्लामाबाद, 12 मार्च: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर बड़ा आतंकी हमला हुआ। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के उग्रवादियों ने इस ट्रेन को हाईजैक कर लिया, जिसमें 400 से अधिक यात्री सवार थे। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने अब तक 127 यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया है, जबकि 10 यात्रियों की मौत हो गई है। सेना ने 27 आतंकियों को मार गिराने का दावा किया है।
कैसे हुआ हमला?
यह घटना मंगलवार को हुई जब जाफर एक्सप्रेस सुबह 9 बजे क्वेटा से रवाना हुई और 1 बजे (स्थानीय समयानुसार) बलूचिस्तान के सिबी शहर के पास हमलावरों ने ट्रेन पर हमला बोल दिया। बताया जा रहा है कि उग्रवादियों ने रेलवे ट्रैक को विस्फोटक से उड़ा दिया, जिससे ट्रेन को रुकना पड़ा और यात्रियों को बंधक बना लिया गया।

BLA का दावा और सरकार की प्रतिक्रिया
BLA ने हमले की ज़िम्मेदारी लेते हुए दावा किया कि उन्होंने 6 सैन्यकर्मियों को मार गिराया और चेतावनी दी कि अगर सेना जवाबी कार्रवाई करती है तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। वहीं, पाकिस्तानी सरकार ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि निर्दोष नागरिकों पर हमला करने वाले आतंकियों को कोई रियायत नहीं दी जाएगी।
अब तक कितने लोग बचाए गए?
हमले के तुरंत बाद 70 यात्री पैदल चलते हुए पास के पनीर स्टेशन पहुंचे, जबकि 50 अन्य यात्रियों को सुरक्षा बलों ने बचाया। अब तक कुल 127 यात्री सुरक्षित हैं, लेकिन बाकी यात्रियों की तलाश जारी है। ट्रेन के ड्राइवर सहित 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
सेना का बचाव अभियान जारी
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने इस हमले को “जटिल अभियान” करार दिया है और बलूचिस्तान के पहाड़ी इलाकों में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है। अब तक 27 उग्रवादियों को मार गिराने का दावा किया गया है।
बलूचिस्तान में बढ़ता अलगाववादी संघर्ष
बलूचिस्तान में अलगाववादी उग्रवाद कई वर्षों से जारी है। BLA पाकिस्तान से अलग होकर स्वतंत्र बलूचिस्तान की मांग कर रहा है और अक्सर सेना, सरकारी प्रतिष्ठानों और नागरिकों पर हमले करता रहता है। यह हमला उसी संघर्ष का हिस्सा माना जा रहा है।
स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं अधिकारी
सरकारी प्रवक्ता शाहिद रिंद ने कहा कि सिबी के अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया गया है और सभी डॉक्टरों को घायलों की देखभाल के लिए तैयार रहने को कहा गया है। वहीं, सैन्य अधिकारियों का कहना है कि बचाव अभियान पूरी तरह खत्म होने तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया जाएगा।
निष्कर्ष
जाफर एक्सप्रेस पर हुआ यह हमला पाकिस्तान के लिए गंभीर सुरक्षा चुनौती बनकर उभरा है। अब सवाल यह है कि क्या पाकिस्तानी सेना इस उग्रवाद को पूरी तरह खत्म कर पाएगी, या बलूचिस्तान में अलगाववाद और हिंसा का यह सिलसिला यूं ही जारी रहेगा?
