नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए शैक्षणिक सत्र 2025-26 से कक्षा 10वीं के छात्रों को साल में दो बार बोर्ड परीक्षा देने का विकल्प देने का प्रस्ताव रखा है। यह कदम छात्रों के प्रदर्शन में सुधार करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
CBSE ने जारी किया ड्राफ्ट पॉलिसी
CBSE ने इस प्रस्ताव को लेकर ड्राफ्ट पॉलिसी सार्वजनिक की है और सभी हितधारकों – स्कूल, शिक्षक, अभिभावक, छात्र और आम जनता से सुझाव मांगे हैं। इच्छुक लोग 9 मार्च 2025 तक अपनी प्रतिक्रिया भेज सकते हैं।
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नीति को अंतिम रूप देने के बाद होगा निर्णय
CBSE के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि, “सभी प्राप्त सुझावों की समीक्षा की जाएगी और इसके बाद नीति को अंतिम रूप दिया जाएगा।”
इस फैसले से छात्रों को बेहतर तैयारी करने और अपने प्रदर्शन को सुधारने का अवसर मिलेगा। इससे पहले, नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 में भी इस तरह के बदलावों की सिफारिश की गई थी।
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