छत्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान नक्सलियों ने खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। दंतेवाड़ा जिले में संदिग्ध नक्सलियों ने एक स्थानीय शिक्षक और एक ग्रामीण की निर्मम हत्या कर दी, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है।
नक्सलियों ने जंगल में ले जाकर की हत्या
घटना बीजापुर और दंतेवाड़ा के बॉर्डर पर स्थित बारसूर थाना क्षेत्र के तोड़मा गांव की है। पुलिस के मुताबिक, बुधवार रात नक्सलियों का एक दल गांव में पहुंचा और प्राथमिक स्कूल के शिक्षक बामन कश्यप (29) व ग्रामीण अनीस राम पोयाम (38) को जबरन उठाकर जंगल ले गया। इसके बाद नक्सलियों ने दोनों की गला घोंटकर हत्या कर शव गांव के बाहर फेंक दिए।
नक्सलियों ने पुलिस मुखबिर होने का लगाया आरोप
इस वारदात की जिम्मेदारी पूर्वी बस्तर डिवीजन नक्सली कमेटी ने ली है। नक्सलियों ने अपने पत्र में दोनों ग्रामीणों को पुलिस का मुखबिर करार देते हुए उनकी हत्या करने की बात कही। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है।
पंचायत चुनाव के दौरान दहशत फैलाने की साजिश
बस्तर क्षेत्र में नक्सली अक्सर चुनाव के दौरान हिंसा को अंजाम देते हैं। इसी कड़ी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के दौरान भी दहशत फैलाने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया गया। गुरुवार को राज्य के 43 विकासखंडों में मतदान हो रहा है, जिसमें 26,988 वार्ड पंच, 3,774 सरपंच, 899 जनपद पंचायत सदस्य और 138 जिला पंचायत सदस्य के लिए वोट डाले जा रहे हैं।
पिछले एक महीने में कई हत्याएं
बस्तर क्षेत्र में नक्सली हिंसा लगातार बढ़ रही है। इससे पहले चार फरवरी को दंतेवाड़ा में एक 30 वर्षीय व्यक्ति की हत्या, तीन फरवरी को बीजापुर में दो ग्रामीणों की हत्या और 26 जनवरी को भैरमगढ़ में एक व्यक्ति को मौत के घाट उतारा गया था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, पिछले साल बस्तर क्षेत्र में नक्सली हिंसा में 68 नागरिकों की जान गई थी।
सरकार और पुलिस की चुनौतियां बढ़ीं
इस घटना के बाद प्रशासन पर चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से कराने की चुनौती और बढ़ गई है। पुलिस लगातार नक्सल प्रभावित इलाकों में गश्त कर रही है, ताकि आम नागरिक भयमुक्त होकर मतदान कर सकें।
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