पुणे: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत HUF India Pvt Ltd के दो पूर्व शीर्ष अधिकारियों की ₹25.3 करोड़ की संपत्तियों को अटैच कर लिया है। ये संपत्तियां कंपनी के पूर्व एमडी सुनील कुमार गर्ग और पूर्व वित्त प्रमुख निखिल अग्रवाल के नाम पर पाई गई हैं।
ईडी की जांच में क्या सामने आया?
🔹 2010 से 2020 के बीच दोनों अधिकारियों ने कंपनी के फंड से ₹139 करोड़ का गबन किया।
🔹 उन्होंने फर्जी खरीद आदेश, जाली इनवॉइस और बिना सेवाएं लिए भुगतान के जरिए धोखाधड़ी की।
🔹 24 अचल संपत्तियां जो इन दोनों अधिकारियों, उनके परिवारों और संबंधित फर्मों के नाम पर थीं, अब ईडी द्वारा अटैच कर दी गई हैं।
कैसे हुई जांच की शुरुआत?
✅ पुणे के चाकन पुलिस स्टेशन में HUF India Pvt Ltd के मौजूदा एमडी संदीप चौधरी ने शिकायत दर्ज कराई थी।
✅ इसी एफआईआर के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की।
✅ जांच में खुलासा हुआ कि कंपनी को ठगने के लिए योजनाबद्ध तरीके से वित्तीय अनियमितताएं की गईं।
आगे की कार्रवाई
ईडी अब इस मामले में अपराध की पूरी रकम की वसूली और अन्य संपत्तियों की पहचान करने के लिए आगे की जांच कर रही है।
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