नई दिल्ली, 3 फरवरी: लोकसभा में सोमवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बीच तीखी बहस देखने को मिली। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि दिसंबर में जयशंकर की अमेरिका यात्रा का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण सुनिश्चित करना था।
जयशंकर का पलटवार: ‘झूठ फैलाने की कोशिश’
राहुल गांधी के इस बयान पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और इसे झूठ और भ्रामक जानकारी करार दिया।

- जयशंकर ने कहा, “हम अपने विदेश मंत्री को अमेरिका सिर्फ इसलिए नहीं भेजते कि हमारे प्रधानमंत्री को अमेरिकी राष्ट्रपति के ‘राज्याभिषेक’ (inauguration) का निमंत्रण मिले।”
- उन्होंने कांग्रेस नेता पर जानबूझकर गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि भारत की विदेश नीति को गलत तरीके से पेश करने की कोशिश की जा रही है।
क्या कहा था राहुल गांधी ने?
राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा,
- “हम अपने विदेश मंत्री को अमेरिका सिर्फ इसलिए नहीं भेजते कि हमारे प्रधानमंत्री को अमेरिकी राष्ट्रपति के ‘राज्याभिषेक’ में बुलाया जाए।”
- राहुल गांधी के इस बयान पर सत्तापक्ष के सदस्यों ने आपत्ति जताई और सदन में हंगामे की स्थिति बन गई।
राजनीतिक गलियारों में गरमाई बहस
इस मुद्दे को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों के नेता एक-दूसरे पर हमलावर नजर आए।
- बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी के बयान को “अंतरराष्ट्रीय कूटनीति की गलत समझ” बताया।
- कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि विदेश मंत्री की अमेरिका यात्रा का असली उद्देश्य क्या था।
इस बयानबाजी के बाद संसद में माहौल और गरमा गया है, और आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और अधिक बहस होने की संभावना है।
