उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ की व्यवस्थाओं को समझने और भविष्य के कुंभ मेले की प्लानिंग के लिए उत्तराखंड पुलिस के 20 अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये अधिकारी तीन चरणों में प्रयागराज भेजे जाएंगे, जहां वे भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा, कानून व्यवस्था और यातायात प्रबंधन से जुड़े पहलुओं का अध्ययन करेंगे।
महाकुंभ अध्ययन की योजना
उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ के निर्देश पर 20 अधिकारियों की टीम को प्रयागराज महाकुंभ के अध्ययन के लिए भेजा जा रहा है। यह कार्य डीजीएसपी/आईजीएसपी कॉन्फ्रेंस 2024 के अनुपालन में हो रहा है।
पहले चरण में 6 अधिकारी देहरादून से प्रयागराज के लिए रवाना होंगे। अध्ययन के दौरान अधिकारी महाकुंभ का लेआउट प्लान, सेक्टर थानों का चिन्हीकरण, स्नान मार्गों, पार्किंग व्यवस्था, ड्यूटी चार्ट और जल पुलिस व माउंटेड पुलिस से संबंधित कार्यों को समझेंगे।
एसडीआरएफ और अन्य सहयोग
महाकुंभ 2025 की तैयारियों में उत्तराखंड का योगदान पहले ही शुरू हो चुका है। उत्तराखंड एसडीआरएफ की एक कंपनी (90 कर्मियों की टीम) प्रयागराज में तैनात है। इसके अलावा, 15 फायर चालक और पुलिस दूरसंचार विभाग के 60 कर्मी भी पहले से प्रयागराज में सेवाएं दे रहे हैं।
उत्तराखंड पुलिस अधिकारियों का यह दौरा रेलवे पुलिस थानों और चौकियों की व्यवस्था को भी समझने पर केंद्रित होगा। प्रयागराज में कुंभ के दौरान भीड़ और यातायात प्रबंधन के अनुभव का उपयोग उत्तराखंड में भविष्य में आयोजित होने वाले महाकुंभ के लिए किया जाएगा।