ग्वालियर के चर्चित मामले में सौरभ शर्मा ने मध्य प्रदेश सरकार से अपनी और अपने परिवार की जान की सुरक्षा की गारंटी मांगी है। सौरभ ने प्रदेश सरकार को एक पत्र भेजकर आग्रह किया है कि उन्हें और उनके परिवार को किसी भी खतरे से बचाने के लिए सुरक्षा मुहैया कराई जाए। उनका कहना है कि यदि सरकार उनकी जान की सुरक्षा की गारंटी देती है, तो वह बिना डर के जांच एजेंसियों के सामने आकर मामले से संबंधित हर खुलासा करने के लिए तैयार हैं।
सौरभ के वकील ने इस मामले में प्रेस से बात करते हुए गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि जब्त किया गया सोना, नगद राशि और अन्य संपत्ति सीधे तौर पर राजनीतिक नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों से जुड़ी हुई है। वकील ने आरोप लगाया कि सौरभ को जानबूझकर एक आसान निशाना बना दिया गया है और सारी जिम्मेदारी उसी पर डाली गई है, जबकि असल अपराधी राजनीति और प्रशासनिक क्षेत्र के बड़े लोग हैं।
सौरभ ने पत्र में यह भी कहा कि उन्होंने अब तक चुप्पी साधे रखी है क्योंकि उन्हें अपनी और अपने परिवार की जान का खतरा था। वकील ने यह भी कहा कि अगर लोकायुक्त को लगता है कि सौरभ को कोई खतरा नहीं है, तो वह एक प्रेस कांफ्रेंस कर इस बात को स्पष्ट करें और सुरक्षा मुहैया कराने की बात भी बताएं।
वकील ने यह आरोप भी लगाया कि जांच एजेंसियों ने पहले ही यह मान लिया था कि सौरभ ही इस मामले का मुख्य आरोपी है, लेकिन असल अपराधी वह लोग हैं जो इस सिंडिकेट से जुड़े हुए हैं, और यह मामला सात सालों से चल रहा एक संगठित अपराध है, जिसका संबंध राजनीतिक और प्रशासनिक ताकतों से है।